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    Ram Mandir: बंगाल में भी हुई छुट्टी की घोषणा, अयोध्या में प्राण प्रतिष्टा समारोह के लिए विश्वभारती में आधे दिन रहेगा अवकाश

    Updated: Sat, 20 Jan 2024 04:15 PM (IST)

    Ram Mandir बंगाल की ममता सरकार भले ही अन्य भाजपा शासित राज्यों की तरह 22 जनवरी को छुट्टी की घोषणा नहीं हो लेकिन अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर बंगाल के बीरभूम जिले के बोलपुर स्थित शांतिनिकेतन में प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वभारती विश्वविद्यालय ने छात्रों शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है।

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    Ram Mandir: बंगाल में भी हुई छुट्टी की घोषणा

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की ममता सरकार भले ही अन्य भाजपा शासित राज्यों की तरह 22 जनवरी को छुट्टी की घोषणा नहीं हो, लेकिन अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर बंगाल के बीरभूम जिले के बोलपुर स्थित शांतिनिकेतन में प्रतिष्ठित केंद्रीय विश्वभारती विश्वविद्यालय ने छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए आधे दिन की छुट्टी की घोषणा की है।

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    विश्वविद्यालय अधिकारियों द्वारा एक अधिसूचना जारी की गई है, जिसमें दावा किया गया है कि सभी विभागों और कार्यालय अनुभागों में सामान्य कामकाज सोमवार दोपहर 2.30 बजे तक बंद रहेगा।

    अधिसूचना में विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आधे दिन की छुट्टी अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के उत्सव के लिए है। प्रदेश बीजेपी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की थी, हालांकि, अभी तक मुख्यमंत्री कार्यालय से कोई घोषणा नहीं आई है।

    विश्वभारती विश्वविद्यालय भारत का एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है जहां देश के प्रधान मंत्री कुलाधिपति हैं। अन्य सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में देश के राष्ट्रपति कुलाधिपति होते हैं। विश्वविद्यालय की स्थापना रवीन्द्रनाथ टैगोर ने की थी।

    इसे मई 1951 में संसद के एक अधिनियम द्वारा एक केंद्रीय विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय महत्व का संस्थान घोषित किया गया था। महान भारतीय अभिनेता बलराज साहनी इस प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के शिक्षक थे। नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने 1953 से 1954 तक विश्वविद्यालय के दूसरे कुलपति के रूप में कार्य किया।

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