फर्जी वेबसाइट बनाकर कोलकाता के व्यवसायी से 52 लाख की ठगी, बिहार से पकड़ा गया मुख्य अभियुक्त
Cyber Crime in Kolkata कोलकाता के एक व्यवसायी से 52 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ये ठगी फर्जी वेबसाइट बनाकर की गई है। महानगर के साइबर क्राइम पुलिस ने बिहार से मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। फर्जी वेबसाइट बनाकर महानगर के एक व्यवसायी से 52 लाख रुपये ठगने के आरोप में कोलकाता पुलिस के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने बिहार से मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त का नाम शिबू सरयुग राय (34) है। उसे बिहार के दरभंगा जिले के मधुपुर अंचल से पकड़ा गया है। अभियुक्त को कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में पेश करने पर उसे 20 नवंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया । पुलिस अभियुक्त से पूछताछ कर उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार व्यवसायी ने 21 अगस्त को साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज करायी थी। व्यवसायी ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्हें कुछ दिनों पहले एक वेबसाइट पर काफी सस्ती कीमत में कई सामान मिलने की जानकारी मिली। वेबसाइट में दिये गये ईमेल आइडी पर ईमेल भेजकर उन्होंने सामान खरीदने की इच्छा जाहिर की थी। व्यवसायी का आरोप है कि इसके बाद उन्हें एक भारतीय और दो थाईलैंड के बैंक का अकाउंट नंबर दिया गया। इन तीनों अकाउंट में रुपये भेजने पर उनके ठिकाने पर सामान पहुंच जाने की जानकारी दी गयी। आरोप है कि दिये गये तीनों बैंक अकाउंट में उन्होंने 52 लाख रुपये भेज दिये। इसके बावजूद उन्हें ऑर्डर दिया गया माल नहीं मिला। कुछ दिन इंतजार करने के बाद संदेह होने पर उन्होंने लालबाजार के साइबर क्राइम थाने में ठगी की शिकायत दर्ज करायी।
लालबाजार के साइबर क्राइम थाने के जांच अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर ईमेल आइडी, मोबाइल नंबर एवं अन्य जानकारियों को खंगालने के बीच आरोपी का एक ऐसा नंबर मिला, जो उसका निजी नंबर था। गलती से उसने एक बार पीड़ित को इस नंबर से फोन किया था। ठगी के बाद सारे सबूत मिटाने के बावजूद यह नंबर काम कर रहा था। उस नंबर का टावर लोकेशन खंगालने पर अभियुक्त के मुंबई में रहकर पूरे वारदात को अंजाम देने की जानकारी मिली। जांच अधिकारियों को यह भी जानकारी मिली कि आरोपी इस समय बिहार के दरभंगा जिले के मधुपुर अंचल में छिपा हुआ है।