राज्य सरकार से एनसीसी को मिला फंड, जल्द आयोजित होगा 74वें स्थापना दिवस का सेलिब्रेशन कार्यक्रम
एनसीसी के बंगाल व सिक्किम निदेशालय के अपर महानिदेशक (एडीजी) मेजर जनरल उदय शंकर सेनगुप्ता ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत में बताया कि जल्द ही हम एनसीसी के 74वें स्थापना दिवस का सेलिब्रेशन कार्यक्रम यहां आयोजित करेंगे।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : फंड की कमी से जूझ रहे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के बंगाल और सिक्किम निदेशालय का राज्य सरकार के साथ लंबित फंड का मुद्दा आखिरकार धीरे-धीरे सुलझ रहा है। एनसीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, कैडेटों के प्रशिक्षण के लिए राज्य सरकार की ओर से उसके हिस्से का फंड मिल गया है। एनसीसी के बंगाल व सिक्किम निदेशालय के अपर महानिदेशक (एडीजी) मेजर जनरल उदय शंकर सेनगुप्ता ने दैनिक जागरण के साथ बातचीत में बताया कि जल्द ही हम एनसीसी के 74वें स्थापना दिवस का सेलिब्रेशन कार्यक्रम यहां आयोजित करेंगे।
उन्होंने बताया कि अगले कुछ दिनों के अंदर ही यह कार्यक्रम होगा, जिसकी योजना बनाई जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले खबर आई थी कि फंड की कमी के कारण पहली बार 27 नवंबर, रविवार को एनसीसी के स्थापना दिवस पर राजधानी कोलकाता समेत राज्य के अन्य जगहों पर कोई बड़ा औपचारिक कार्यक्रम आयोजित नहीं हुआ। लिहाजा इस बार बेहद सादगी से यहां एनसीसी का 74वां स्थापना दिवस समारोह मनाया गया। हालांकि इस बीच एनसीसी के एडीजी मेजर जनरल सेनगुप्ता ने बताया कि हमें फंड मिल गया है और अगले कुछ दिनों में ही हम यहां एनसीसी डे के उपलक्ष में सेलिब्रेशन कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
पहले एनसीसी डे पर बड़े तामझाम से होता था कार्यक्रम
बता दें कि इससे पहले कोलकाता में एनसीसी के प्रवक्ता मेजर डा बीबी सिंह ने बताया था कि पहले हर साल बड़े तामझाम के साथ एनसीसी डे पर छोटा हो या बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाता था, लेकिन इस बार फंड की कमी के कारण पहली बार यह नहीं हुआ। उन्होंने कहा- चूंकि राज्य सरकार भी फंड की समस्या से जूझ रही है, इसीलिए हम उसके साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं। अभी हमारा मुख्य फोकस कैडेटों के प्रशिक्षण पर है। राज्य सरकार ने प्रशिक्षण के लिए थोड़ा-थोड़ा पैसा देना शुरू किया है, लिहाजा इस बार एनसीसी डे पर ताम-झाम के साथ कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं करके इस फंड का इस्तेमाल हम प्रशिक्षण पर करना चाहते हैं। ताकि कैडेटों का प्रशिक्षण कोर्स सही तरीके से समय पर पूरा हों।
पैरेड से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होता था आयोजन
सिंह ने बताया कि पहले एनसीडी डे पर पैरेड से लेकर सांस्कृतिक कार्यक्रम, ड्रिल आदि का आयोजन होता था, जिसमें कैडेट्स से लेकर अधिकारी, जवान सभी हिस्सा लेते थे और मिलकर जश्न मनाते थे। कोलकाता में मुख्य कार्यक्रम होता था। इसके अलावा राज्य के विभिन्न हिस्सों में सभी बटालियन द्वारा भी कार्यक्रम आयोजित किया जाता था। इस बार यह नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि इस बार कुछ जगहों पर रक्तदान शिविर के आयोजन और एक दूसरे को बधाई देने तक ही एनसीसी डे कार्यक्रम सीमित रहा।
फंड को लेकर पिछले महीने विवाद आया था सामने
बता दें कि पिछले महीने एनसीसी ने दावा किया था कि प्रशिक्षण शिविरों को आयोजित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा अपने हिस्से की धनराशि जारी नहीं की जा रही है, जिसके चलते नए कैडेटों का नामांकन और प्रशिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। इसके बाद यहां सियासी घमासान मच गया था। राज्य सरकार शिविरों के लिए 25 प्रतिशत कोष देती है जबकि केंद्र 75 प्रतिशत राशि देता है। इससे पहले इस माह के मध्य में कोलकाता के तीन दिवसीय दौरे पर आए एनसीसी के महानिदेशक (डीजी) लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने उम्मीद जताई थी कि नए कैडेटों के प्रशिक्षण के लिए बंगाल सरकार के साथ लंबित फंड का मुद्दा जल्द हल हो जाएगा।