Bengal municipal elections 2022: चुनाव आयोग ने कहा- 108 नगर निकायों के चुनाव नतीजे दो मार्च को घोषित की जाएगी
108 नगर निकायों में दो मार्च को होगी मतगणना राज्य चुनाव आयोग ने मतदान की घोषणा के वक्त मतगणना की तिथि नहीं की थी घोषित। 27 फरवरी को मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा। आठ मार्च तक निकाय चुनाव की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के 108 नगर निकायों में 27 फरवरी चुनाव होना है। पर, राज्य चुनाव आयोग की ओर से चुनाव की घोषणा के दिन मतणना की तिथि घोषित नहीं की गई थी। बुधवार को राज्य चुनाव आयोग ने कहा कि 108 नगर निकायों के चुनाव नतीजे दो मार्च को घोषित की जाएगी। 27 फरवरी को मतदान सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा। आठ मार्च तक निकाय चुनाव की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। आयोग सूत्रों के मुताबिक नगर निगमों की तरह नगर पालिका चुनाव भी राज्य पुलिस की सुरक्षा में ही संपन्न कराया जाएगा।
बता दें कि पिछले शनिवार को संपन्न चार नगर निगमों के चुनाव में सत्तारूढ़ दल तृणमूल पर व्यापक धांधली और हिंसा का भाजपा ने आरोप लगाते हुए हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। भाजपा से लेकर माकपा और कांग्रेस का कहना है कि 108 नगर पालिकाओं के लिए होने वाले चुनाव से पहले ही हालात यह है कि विरोधी दल के प्रत्याशियों को नामांकन तक नहीं करने दिया गया और इसी का नतीजा है कि तीन नगर पालिकाओं पर बिना चुनाव के ही तृणमूल का कब्जा हो चुका है। वहीं दर्जनों वार्ड ऐसे हैं जहां निर्विरोध तृणमूल प्रत्याशी जीत चुके हैं। ऐसे में राज्य पुलिस की सुरक्षा में निकाय चुनाव किस तरह से निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संपन्न होगा यह समझा जा सकता है।
निकाय चुनाव में केंद्रीय बल की तैनाती पर हाई कोर्ट ने मांगा हलफनामा
कलकत्ता हाई कोर्ट ने 108 नगर पालिकाओं के चुनाव में केंद्रीय बल की तैनाती को लेकर राज्य चुनाव आयोग और बंगाल सरकार से हलफनामा तलब किया है। हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की पीठ में भाजपा द्वारा केंद्रीय बल की तैनाती की मांग वाली याचिका पर बुधवार को सुनवाई हुई। इसी दौरान यह निर्देश दिए गए। साथ ही राज्य को सूचित करना होगा कि क्या उस क्षेत्र में दुआरे सरकार और पाड़ाया समाधान योजना को रोका जा सकता है? मामले पर अगली सुनवाई आगामी सोमवार को होगी। इसके साथ ही मुख्य न्यायाधीश ने पिछले शनिवार को संपन्न राज्य के चारों नगर निगमों आसनसोल, सिलीगुड़ी, चंदननगर और बिधाननगर के मतदान के सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने के निर्देश दिया है। याचिकाकर्ताओं को पुलिस सुरक्षा भी मुहैया कराने का भी निर्देश दिया गया है। बता दें कि भाजपा ने चुनाव के दौरान व्यापक धांधली, वोट लूट का आरोप लगाते हुए फिर से उक्त सभी नगर निगमों में चुनाव कराने की मांग की है।
बता दें कि राज्य चुनाव आयोग ने 108 नगर पालिकाओं का चुनाव 27 फरवरी को कराने की घोषणा की हैं। पूरी चुनाव प्रक्रिया आठ मार्च तक पूरी हो जाएगी। गौरतलब है कि 112 अन्य नागरिक निकायों के साथ कोलकाता नगर निगम के चुनाव अप्रैल-मई 2020 में होने थे। कोरोना महामारी के कारण यह स्थगित हो गया था।
27 फरवरी को जिन 108 नगरपालिकाओं में चुनाव होना है उन क्षेत्रों के सभी मतदान केंद्रों पर केंद्रीय बल की तैनाती की मांग को लेकर भाजपा ने कलकत्ता हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। इसके साथ ही बीजेपी ने केंद्रीय बलों से मतदाताओं के पहचान पत्रों की जांच करने और चुनाव के दौरान एक तटस्थ पर्यवेक्षक और एक तटस्थ माइक्रो पर्यवेक्षक की नियुक्ति की मांग की है। भाजपा कहना है कि जिस तरह से अब तक पांच नगर निगमों के चुनाव में धांधली हुए हैं उसमें बिना केंद्रीय बल के निष्पक्ष मतदान होना संभव नहीं है। इसी मुद्दे को लेकर भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मंगलवार की शाम को राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की थी। चारों नगर निगमों आसनसोल, सिलीगुड़ी, चंदननगर और बिधाननर में हुए चुनाव में एकतरफा तृणमूल जीती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।