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फिर डोली धरती, सिहरा बंगाल

25 अप्रैल को आए भयावह भूकंप को बंगाल के लोग भूले भी नहीं थे कि मंगलवार दोपहर एक बार फिर कोलकाता समेत समूचा राज्य भूकंप के झटकों से सिहर उठा। अलीपुर मौसम कार्यालय के मुताबिक बंगाल में भूकंप का पहला झटका दोपहर 12.36 बजे महसूस किया गया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 13 May 2015 12:19 AM (IST)Updated: Wed, 13 May 2015 01:39 AM (IST)

जागरण संवाददाता, कोलकाता। 25 अप्रैल को आए भयावह भूकंप को बंगाल के लोग भूले भी नहीं थे कि मंगलवार दोपहर एक बार फिर कोलकाता समेत समूचा राज्य भूकंप के झटकों से सिहर उठा।

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अलीपुर मौसम कार्यालय के मुताबिक बंगाल में भूकंप का पहला झटका दोपहर 12.36 बजे और दूसरा उसके ठीक 33 मिनट बाद दोपहर 1.09 बजे महसूस किया गया। इसकी तीव्रता नेपाल जितनी नहीं होने पर भी राज्य में एक की मौत व कई लोगों के जख्मी होने की खबर मिली है हालांकि गृह विभाग ने भूकंप से किसी की भी मौत होने से इन्कार किया है।

भूकंप के बाद राज्य सचिवालय नवान्न में गृह विभाग के अधिकारियों ने उच्च स्तरीय बैठक की, जिसके बाद वहां एक कंट्रोल रूम खोला गया है। भूकंप का अहसास होते ही लोग घरों व कार्यालय से बाहर की तरफ भागे। स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई। मेट्रो रेल सेवाओं को एहतियातन कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया। विमान सेवाओं पर भी असर पड़ा।

भूकंप के झटकों के कारण कई विमानों को लैंडिंग से पहले आसमान में कई चक्कर लगाने पड़े जबकि कई विमानों ने देर से उड़ान भरी। दूरसंचार सेवाएं भी प्रभावित हुईं। राज्य सरकार के राहत एवं पुनर्वास विभाग के सरकारी कार्यालय 'त्राण भवन में भूकंप की वजह से दरारें पड़ गर्इं। भूकंप का सबसे ज्यादा असर उत्तर बंगाल पर पड़ा, जहां कई लोग जख्मी हो गए और मकानों में दरार पड़ गई।

दूसरी तरफ दक्षिण बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में भूकंप के समय आतंकित होकर घर से बाहर भागते वक्त एक महिला के गिरकर गंभीर रूप से जख्मी होने के बाद मौत की खबर है।

भूकंप से सिलीगुड़ी में आठ लोग जख्मी हो गए। सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट की दीवार भी ढह गई। भूकंप के कारण सिलीगुड़ी कालेज में खुले आसमान के नीचे परीक्षा का आयोजन करना पड़ा। जलपाईगुड़ी जिला अस्पताल से मरीजों को बाहर निकाला गया। जलपाईगुड़ी में एक स्कूल की इमारत भी ढह गई।

मौसम कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि भूकंप का केंद्र काठमांडू से 83 किलोमीटर पूर्व में नेपाल-चीन सीमा से लगे झाम में समुद्र तल से 18 किलोमीटर गहराई में है। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.4 आंकी गई है। नेपाल की अपेक्षा बंगाल में महसूस किये गये झटके बेहद कमजोर हैं।

अधिकारियों का कहना है कि भूकंप के बाद भी झटके जारी रह सकते हैं। महानगर में दोपहर 12.36 बजे अचानक लोगों को सिर चकराने और पैरों के नीचे जमीन डोलने का अहसास हुआ। सिर के ऊपर लगे पंखे जोर-जोर से हिलने लगे। गिलास में रखे पानी में भी हरकत होने लगी। भूकंप का अहसास होते ही लोगों ने घरों व कार्यालयों से बाहर भागना शुरू किया। सड़कों पर जगह-जगह वाहन खड़े हो गए। लोगों के चेहरे पर एक बार फिर दहशत फैल गई। सीढिय़ों से भागकर उतरते वक्त गिरकर कई लोग जख्मी हो गए।


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