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Kolkata Durga puja 2020: कोलकाता में दुर्गा पूजा पंडाल के पास लगेंगे बड़े स्क्रीन, हाई कोर्ट के संशोधित आदेशों का होगा पालन

दर में पूजा समिति के केवल 60 सदस्यों को अनुमति दी जाएगी और एक समय में 45 सदस्य जा सकेंगे। कोविड-19 के मद्देनजर इस बार महानगर में दुर्गा पूजा के दौरान पंडाल के पास बड़े स्क्रीन लगाए जाएंगे। अनेक दुगापूजा समितियों ने इस तरह की योजना बना ली है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 09:01 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 09:01 AM (IST)
Kolkata Durga puja 2020: कोलकाता में दुर्गा पूजा पंडाल के पास लगेंगे बड़े स्क्रीन, हाई कोर्ट के संशोधित आदेशों का होगा पालन
कई दुर्गा पूजा समितियों ने बनाई योजना, हाई कोर्ट के संशोधित आदेशों का होगा पालन

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। कोविड-19 के मद्देनजर इस बार महानगर में दुर्गा पूजा के दौरान पंडाल के पास बड़े स्क्रीन लगाए जाएंगे। अनेक दुगापूजा समितियों ने इस तरह की योजना बना ली है। कॉलेज स्क्वायर दुर्गापूजा समिति सहित महानगर के कुछ बड़े पूजा आयोजकों ने कहा है कि वे पंडाल से कुछ दूर बड़ी स्क्रीन लगाने की योजना बना रहे हैं। ताकि हाई कोर्ट के संशोधित आदेशों का पालन करते हुए श्रद्धालुओं को देवी का दर्शन हो सके। अन्य समितियां इसी मुताबिक अपनी व्यवस्था कर चुकी हैं और पंडाल के अंदर आयोजन समिति के 60 सदस्यों को जाने की अनुमति देने के निर्णय का स्वागत किया। समितियों ने कहा कि वे पुष्पांजलि और संधि पूजा में अदालत के निर्देशों का पालन करने के लिए व्यवस्थाओं में बदलाव करेंगी।

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कॉलेज स्क्वायर दुर्गापूजा समिति के पदाधिकारी विकास मजूमदार ने बताया कि कोलकाता पुलिस के निर्देश के मुताबिक पूरे कॉलेज स्क्वायर मैदान को बंद कर मंगलवार को चतुर्थी के दिन से ही पानी में प्रकाश की व्यवस्था बंद कर दी है। अंदर में पूजा समिति के केवल 60 सदस्यों को अनुमति दी जाएगी और एक समय में 45 सदस्य जा सकेंगे।

उन्होंने कहा कि हम दुखी हैं लेकिन इसके अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं। घर में रहने वाले लोगों के लिए डिजिटल दर्शन की व्यवस्था कर चुके हैं। जिन लोगों के पास स्मार्टफोन नहीं है या जो पूजा के दिनों में बाहर निकलकर दर्शन करना चाहते हैं उनके लिए बड़ा स्क्रीन लगाया है।

मुख्य प्रवेश द्वार के पास प्रवेश निषेध का बोर्ड लगा रहेगा

कोलकाता नगर निगम के प्रशासकों के बोर्ड के सदस्य और लोकप्रिय त्रिधारा सम्मिलानी के पदाधिकारी देवाशीष कुमार ने कहा कि पंडाल के पास घूमने और देवी के दर्शन करने की अनुमति लोगों को नहीं दे सकते। मुख्य प्रवेश द्वार के पास प्रवेश निषेध का बोर्ड लगा रहेगा। रासबिहारी एवेन्यू के पास पंडाल के नजदीक बड़े स्क्रीन लगाएंगे। सुरूचि संघ पूजा के पदाधिकारी स्वरूप बिस्वास ने भी कहा कि हाई कोर्ट के आदेशों का पालन करना ही होगा। श्रद्धालुओं की भावनाओं, कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉल और दिशानिर्देशों को ध्यान में रखने का रास्ता तलाशना होगा। दुर्गोत्सव मंच के महासचिव शाश्वत बसु का कहना है कि हम निराश हैं। छोटी गलियों की पूजा समितियों में दर्शक नहीं होंगे क्योंकि दर्शकों के लिए पंडाल से 10 या 5 मीटर की दूरी बनाए रखना मुमकिन नहीं होगा। कलकत्ता हाई कोर्ट ने बुधवार को सामुदायिक दुर्गा पूजा पर अपने आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए प्रवेश निषिद्ध वाले क्षेत्रों में ड्रम बजाने वालों को इजाजत प्रदान की है। साथ ही बड़े पूजा स्थलों पर लोगों की संख्या 25 से बढ़ाकर 60 करने की अनुमति दी। 


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