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    Cyclone Remal Update: बंगाल में चक्रवात 'रेमल' ने मचाया कोहराम, छह की मौत; दो लाख लोगों ने ली राहत शिविरों में शरण

    चक्रवात रेमल की वजह से दो लाख लोग राहत शिविरों में हैं। राज्य सरकार की ओर से विभिन्न जिलों में 1400 से भी अधिक राहत शिविर खोले गए हैं। कुछ जगहों पर नदी तटबंध टूटने से खेतों में पानी घुस गया है जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। कई इलाकों में बिजली के खंभे गिर गए हैं जिससे वहां बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।

    By Jagran News Edited By: Babli Kumari Updated: Mon, 27 May 2024 06:55 PM (IST)
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    भारी बारिश से विभिन्न जिलों में जनजीवन पर व्यापक असर (फोटो- ANI)

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात 'रेमल' से राज्य में जान-माल को काफी नुकसान पहुंचा है। चक्रवात की चपेट में आकर अब तक छह लोगों की मौत की खबर है, हालांकि सरकारी तौर पर चार की मौत की बात कही गई है। दर्जनों घायल हुए हैं। दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप, बकखाली, फ्रेजरगंज, सागरद्वीप और सुंदरवन इलाकों में हजारों कच्चे घर ढह गए हैं।

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    दो लाख लोग राहत शिविरों में हैं। राज्य सरकार की ओर से विभिन्न जिलों में 1,400 से भी अधिक राहत शिविर खोले गए हैं। कुछ जगहों पर नदी तटबंध टूटने से खेतों में पानी घुस गया है, जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। कई इलाकों में बिजली के खंभे गिर गए हैं, जिससे वहां बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।

    बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकराया था चक्रवात

    मालूम हो कि चक्रवात रविवार रात करीब 8.30 बजे बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकराया था। उसके प्रभाव से सोमवार को कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम बद्र्धमान, मुर्शिदाबाद, पुरुलिया, बांकुड़ा, झाडग़्राम, नदिया, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर जिलों में भारी बारिश हुई, जिसका सामान्य जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है।

    विभिन्न जगहों पर अधिकांश दुकान-बाजार रहे बंद 

    कोलकाता समेत विभिन्न जगहों पर अधिकांश दुकान-बाजार बंद रहे। फेरी सेवा भी बंद कर दी गई। बसें भी बहुत कम चलीं। चक्रवात के गुजरने के बाद सोमवार सुबह कोलकाता एयरपोर्ट पर विमानों का परिचालन दोबारा शुरू किया गया, हालांकि तेज हवाओं के कारण विमानों के उड़ान भरने व रनवे पर उतरने में काफी परेशानी हुई। लैंडिंग करने में विफल रहने पर कुछ विमानों को गया, गुवाहाटी, भुवनेश्वर व वाराणसी की ओर मोड़ दिया गया। विमान सेवाओं को रविवार दोपहर 12 बजे बंद किया गया था। ट्रेन सेवाएं भी बहाल की गईं, हालांकि बारिश के कारण उनका मूवमेंट धीमा रहा। कुछ जगहों पर पटरियों पर पानी भर जाने के कारण उन रूटों की ट्रेनों को रद कर दिया गया अथवा गंतव्य स्टेशनों तक नहीं चलाया गया।

    पार्क स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन के अंदर घुसा पानी

    कोलकाता में भारी बारिश के कारण पार्क स्ट्रीट मेट्रो स्टेशन के अंदर पानी घुस गया, जिससे वहां से ट्रेन सेवाएं चार घंटे से ज्यादा समय तक निलंबित रहीं। कोलकाता मेट्रो के इतिहास में यह अभूतपूर्व घटना है। महानगर में कई इलाकों में तेज हवाओं से पेड़ उखड़ गए। निचले इलाकों में जलजमाव हो गया। मौसम विभाग ने मंगलवार से दक्षिण बंगाल में मौसम के साफ होने का पूर्वानुमान जताया है, हालांकि उत्तर बंगाल के कुछ जिलों को लेकर आगामी शनिवार तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

    हर संभव सहायता का मिला आश्वासन 

    मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चुनाव आचार संहिता हटने के बाद प्रभावितों के लिए क्षतिपूर्ति की घोषणा करने की बात कही है। दूसरी तरफ राज्यपाल डाॅ सीवी आनंद बोस ने सोमवार को कोलकाता व आसपास के प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उनके साथ राजभवन की ओर से गठित टास्क फोर्स के अधिकारी शामिल थे। उन्होंने राहत व बचाव कार्यों का मुआयना किया और प्रभावित लोगों से बातचीत कर उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

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