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    मुर्शिदाबाद हिंसा में 500 हिंदू परिवारों का पलायन, BSF पर फायरिंग, 200 घर जलाने का दावा; BJP ने AFSPA की मांग की

    Updated: Mon, 14 Apr 2025 02:02 AM (IST)

    पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में भड़की हिंसा से हालात बिगड़ गए हैं। 500 से ज्यादा हिंदू परिवारों ने डर के कारण पलायन किया है। बीएसएफ पर फायरिंग घरों को जलाना और मंदिरों में तोड़फोड़ जैसे आरोप लगे हैं। अब तक 150 से ज्यादा गिरफ्तारी हुई है। भाजपा ने एनआईए जांच और अफस्पा की मांग की है।

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    मुर्शिदाबाद हिंसा के बाद भयभीत हिंदू परिवारों ने नदी पार कर मालदा में शरण ली है। (फोटो सोर्स- पीटीआई)

    राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा के बाद से जहां तनाव की स्थिति बनी हुई है, वहीं हिंदू खौफ में हैं।

    आलम यह है कि जिले में हिंसा से प्रभावित लगभग 500 हिंदू पलायन कर गए हैं। उन्होंने भागीरथी नदी पार कर मालदा जिले में शरण ली है। राज्य के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि कट्टरपंथियों के डर से लोग भागने को मजबूर हैं। कई लोग झारखंड भी गए हैं। फरक्का से तृणमूल कांग्रेस विधायक मनिरुल इस्लाम के भी पलायन करने की खबर है। उनके घर ताला लगा है। उधर, हिंसाग्रस्त शमशेरगंज में उपद्रवियों ने बीएसएफ टीम पर फिर फायरिंग की है। हिंसा में दो बच्चे घायल हुए हैं। उपद्रवियों पर कई महिलाओं से छेड़खानी का भी आरोप है।

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    अब तक करीब 150 लोगों को किया जा चुका गिरफ्तार

    मामले में 12 और लोगों की गिरफ्तारी के साथ अब तक करीब 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में शुक्रवार को प्रदर्शन के दौरान हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई थी। एक अलग घटना में शनिवार शाम धुलियान में एक व्यक्ति गोली लगने से घायल हो गया था। ऐसे में प्रशासन द्वारा हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति कायम करने की कोशिशों के बीच रविवार सुबह जिले के हिंसाग्रस्त शमशेरगंज के धुलियान इलाके में उपद्रवियों ने फिर फायरिंग की। क्षेत्र में शांति बहाल करने में राज्य पुलिस की सहायता के लिए तैनात बीएसएफ टीम को निशाना बनाकर फायरिंग की गई। इसमें दो बच्चे घायल हो गए।

    बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, शनिवार को भी मुर्शिदाबाद में तीन जगहों पर उपद्रवियों द्वारा बीएसएफ जवानों पर हमले का प्रयास किया गया था। अधिकारी ने बताया कि उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए बीएसएफ को हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी। बीएसएफ ने रविवार को धुलियान इलाके में एक घर में हमले के मकसद से इकट्ठा कर रखे गए पत्थरों को हटाया।

    हिंसा के दौरान 200 हिंदू घरों को जलाए जाने का दावा

    200 हिंदू घरों को जलाया सूत्रों के अनुसार, हिंसा के दौरान मुर्शिदाबाद में करीब 200 हिंदू घरों को जला दिया गया। लोगों का आरोप है कि गैस सिलिंडर खोलकर और पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई। उपद्रवियों ने बड़ी संख्या में घरों व दुकानों में लूटपाट और आगजनी की। कई तालाबों में उपद्रवियों द्वारा जहर मिलाने का भी आरोप है, जिससे बड़ी संख्या में मछलियां मर गईं। पान के बागानों में भी आगजनी का आरोप है।

    NIA जांच की मांग

    प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दो मंदिरों में उपद्रवियों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने का दावा किया है। घटना की एनआइए से जांच की मांग की है। सुरक्षा में 17 कंपनियां तैनात कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिले के हिंसाग्रस्त व संवेदनशील इलाकों में केंद्रीय बलों की 17 कंपनियों की तैनाती की है। इसमें बीएसएफ की नौ और सीआरपीएफ की आठ कंपनियां शामिल हैं। बीएसएफ जवानों ने शनिवार पूरी रात सूती और शमसेरगंज थाना क्षेत्रों में गश्त की।

    भाजपा ने शाह से की हस्तक्षेप की अपील पुरुलिया से भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य के चार सीमावर्ती जिलों को सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) के तहत अशांत क्षेत्र घोषित करने का आग्रह किया है।

    सांसद ने हिंदू समुदाय पर बार-बार हमले होने का आरोप लगाया है। नदिया जिले के राणाघाट से भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी शाह को पत्र लिखा है और मुर्शिदाबाद जिले में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।

    टीएमसी का आरोप-उपद्रव के पीछे भाजपा और बाहरी लोग

    बंगाल की ममता सरकार में मंत्री सिद्धीकुल्ला चौधरी ने आरोप लगाया कि हिंसा में बाहरी व भाजपा के लोग शामिल थे। यह भी दावा किया कि हिंसा में जिन लोगों की जान गई, वह बीएसएफ की गोली के शिकार हुए। जंगीपुर के स्थानीय तृणमूल सांसद खलीलुर रहमान ने भी कहा कि हिंसा में बाहरी लोग शामिल थे।

    तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि एक राजनीतिक दल ने बाहर से अपराधियों को लाकर बीएसएफ के सहयोग से मुर्शिदाबाद में तांडव मचाया है। घोष का इशारा भाजपा की तरफ था। कांग्रेस सांसद ईशाखान चौधरी ने मुर्शिदाबाद में शांति बहाली को तृणमूल से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग की है।

    राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार भी शनिवार रात से मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर हैं। डीजीपी ने दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है। जिला प्रशासन ने रविवार को विभिन्न संगठनों के साथ सूती में शांति बैठक की। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के आइजी करनी सिंह शेखावत भी हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद के दौरे पर हैं।

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