TMC नेताओं पर CBI ने कसा शिकंजा, नागरिक निकाय भर्ती में घोटाले को लेकर मंत्री फिरहाद हकीम के आवास पर छापेमारी
पश्चिम बंगाल में नागरिक निकाय भर्ती में कथित अनियमितताओं के संबंध में पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम और विधायक मदन मित्रा के परिसरों पर सीबीआई ने छापेमारी की। तकीरन 12 जगहों पर सीबीआई ने छापेमारी को अंजाम दिया। सीबीआई अधिकारी ने ये जानकारी दी है कि मामले में मंत्री और विधायक की संलिप्तता पाई गई है।इससे पहले गुरुवार को सीबीआई ने 12 स्थानों पर छापेमारी की थी।

एएनआई, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के नागरिक निकाय भर्ती घोटाले (Civic Body Recruitment Scam) के मामले में रविवार को सीबीआई ने 12 स्थानों छापेमारी की। रविवार को सुबह से ही पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हकीम और विधायक मदन मित्रा के आवास पर सीबीआई की तलाशी अभियान चलाया।
इन इलाकों में की गई छापेमारी
सीबीआई द्वारा की गई कई छापेमारी में कोलकाता, कांचरापाड़ा, बैरकपुर, हलिसहर, दमदम, उत्तरी दमदम, कृष्णानगर, ताकी और कमरहाटी शामिल थे। तकरीबन 12 जगहों पर सीबीआई ने छापेमारी की।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस मामले में विधायक और राज्य मंत्री की संलिप्तता पाई गई है। विधायक से नारदा स्कैम में भी पूछताछ की गई।
हकीम के पास शहरी विकास और नगरपालिका मामलों का विभाग है और वह कोलकाता के मेयर भी हैं। हाकिम और मित्रा दोनों को नारद स्टिंग ऑपरेशन मामले में 2021 में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। मित्रा को 2014 में सारदा चिटफंड घोटाले में सीबीआई ने गिरफ्तार भी किया था।
#WATCH | Kolkata, West Bengal: CBI searches underway at state minister Firhad Hakim's premises in connection with alleged irregularities in civic body recruitment in West Bengal. pic.twitter.com/ZGXxBqzTX7
— ANI (@ANI) October 8, 2023
जांच को लेकर टीएमसी ने केंद्र सरकार पर साधा निशाना
टीएमसी की ओर सीबीआई की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया सामने आई है। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा यह अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में राजभवन के बाहर चल रहे विरोध प्रदर्शन से जनता का ध्यान हटाने का एक प्रयास है। ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा बढ़ते हुए सार्वजनिक असंतोष को महसूस कर रही है।"
बता दें कि टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी कोलकाता में राजभवन के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा के तहत धन आवंटन में कथित देरी को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ टीएमसी विरोध प्रदर्शन कर रही है।
भाजपा ने टीएमसी को दिया जवाब
टीएमसी के इस प्रतिक्रिया का जवाब देते हुए भाजपा नेता और प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, 'अगर टीएमसी के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो वे ईडी और सीबीआई से क्यों डरते हैं?'
बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा,"नगरपालिका भर्ती घोटाला मामले में फिरहाद हकीम और मदन मित्रा का नाम सामने आया था। सीबीआई के पास निश्चित रूप से कुछ सबूत हैं. उसके आधार पर ,सीबीआई फिरहाद हकीम और मदन मित्रा पर छापेमारी कर रही है। छापेमारी पूरी होने के बाद ही पता चलेगा कि क्या मिला है। जैसे ही सीबीआई एक चोर के घर पहुंचती है, टीएमसी इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताने लगती है।'
हाई कोर्ट के निर्देश पर चल रही जांच
सीबीआई के एक अधिकारी ने जानकारी दी, "यह छापेमारी ग्रुप सी और ग्रुप डी पदों पर अवैध नगरपालिका भर्ती के संबंध में की जा रही है, जिसकी जांच अदालत के आदेश के अनुसार की जा रही है। "
कलकत्ता हाई कोर्ट ने सीबीआई को पूरे पश्चिम बंगाल में कथित भ्रष्टाचार की अदालत की निगरानी में जांच करने का निर्देश दिया था।
इससे पहले गुरुवार को सीबीआई ने 12 स्थानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने शहरी नागरिक निकायों ने भर्तियों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जुटाए थे।
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