Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'स्थिति और बिगड़ जाएगी, जल्द लागू करें AFSPA', मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा के बाद बीजेपी सांसद की बड़ी मांग

    बंगाल के मुर्शिदाबाद में फैली हिंसा के बीच भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने केंद्र से राज्य के कुछ सीमावर्ती जिलों को सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) के तहत ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित करने का आग्रह किया है। बीजेपी सांसद ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर ये मांग की है। सांसद ने स्थिति की तुलना 1990 में कश्मीरी पंडितों के पलायन से की।

    By Jagran News Edited By: Abhinav Tripathi Updated: Sun, 13 Apr 2025 04:16 PM (IST)
    Hero Image
    बीजेपी सांसद ने की बंगाल के चार जिलों में AFSPA लागू करने की मांग। (फोटो- पीटीआई)

    राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल के मुर्शिदाबाद सहित कई जिलों में विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा देखने को मिली है। मुर्शिदाबाद में फैली हिंसा में तीन लोगों की जान जा चुकी है।

    इस बीच पुरुलिया से भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर राज्य के कुछ सीमावर्ती जिलों को सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) के तहत ‘अशांत क्षेत्र’ घोषित करने का आग्रह किया है। सांसद ने हिंदू समुदाय पर बार-बार हमले होने का आरोप लगाया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बीजेपी ने राज्य सरकार पर लगाए ये आरोप

    दअसल, महतो ने रविवार को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि मुर्शिदाबाद, मालदा, नदिया और दक्षिण 24 परगना जैसे जिलों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई हैं, लेकिन राज्य की तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार ने ‘तुष्टीकरण’ की राजनीति के कारण ‘आंखें मूंद’ ली हैं।

    इतना ही नहीं उन्होंने दावा कि हाल ही में मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में 86 से अधिक हिंदुओं के मकानों और दुकानों को लूटा गया या नष्ट कर दिया गया तथा हरगोबिंद दास नामक व्यक्ति और उसके बेटे समेत कुछ लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा कि झाउबोना गांव में पान के बागानों में आग लगा दी गई।

    पुलिस बल को बनाया जा रहा निशाना

    सांसद ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में भी इसी तरह की अशांति फैली है। वक्फ संशोधन कानून को लेकर भड़की हिंसा का जिक्र करते हुए महतो ने आरोप लगाया कि भीड़ ने हिंदुओं के मकानों, सार्वजनिक संपत्ति और यहां तक ​​कि पुलिस बलों पर भी हमला किया।

    उन्होंने कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करते हुए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती का आदेश देना पड़ा, जिससे ‘राज्य की प्रशासनिक विफलता’ उजागर हुई। सांसद ने स्थिति की तुलना 1990 में कश्मीरी पंडितों के पलायन से करते हुए चेतावनी दी कि अगर तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो बंगाल में भी ऐसे हालात पैदा हो जाएंगे।

    चार जिलों में अफस्पा लागू करने की मांग

    उन्होंने पत्र में लिखा कि मैं आपसे बहुत सम्मानपूर्वक आग्रह करता हूं कि बंगाल के सीमावर्ती जिलों में अफस्पा लागू करें। इस तरह के कदम से कानून- व्यवस्था को बहाल करने, भविष्य में हिंसा को रोकने और हिंदुओं को आश्वस्त करने में मदद मिलेगी कि उन्हें उनके हाल पर नहीं छोड़ा गया है। इस बीच, नदिया जिले के राणाघाट से भाजपा सांसद जगन्नाथ सरकार ने भी शाह को पत्र लिखा है और बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में ‘बिगड़ती’ कानून- व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर तत्काल हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।

    यह भी पढ़ें: मुर्शिदाबाद में आज फिर भड़की हिंसा, धुलियान में BSF जवानों को निशाना बनाकर फायरिंग; दो बच्चे घायल

    यह भी पढ़ें: Murshidabad Violence: इंटरनेट सेवाएं बंद, 150 से ज्यादा लोग गिरफ्तार; मुर्शिदाबाद का हर अपडेट यहां पढ़ें