Kolkata Rape Case: क्या मनोजित मिश्रा का लॉरेंस बिश्नोई से है कनेक्शन? कॉलेज के छात्र का सनसनीखेज दावा; HC भी सख्त
कलकत्ता हाई कोर्ट ने बंगाल सरकार को कलकत्ता लॉ कॉलेज की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच की प्रगति पर हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है। अदालत ने 10 जुलाई को अगली सुनवाई पर केस डायरी पेश करने को भी कहा है। अदालत ने छात्र संघ चुनाव लंबित रहने तक छात्र निकाय कार्यालय बंद रखने का आदेश दिया है।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। कलकत्ता हाई कोर्ट ने बंगाल सरकार को कलकत्ता लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले की जांच की प्रगति पर एक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया।
गुरुवार को न्यायमूर्ति सौमेन सेन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने राज्य सरकार को 10 जुलाई को मामले की अगली सुनवाई पर उसके समक्ष जांच की केस डायरी भी पेश करने का निर्देश दिया। मामले में एक भूतपूर्व छात्र और दो वरिष्ठ छात्रों ने तीन जनहित याचिकाएं दायर की हैं।
मनोरंजक गतिविधियों पर रोक लगाने का निर्देश
इसके साथ पीठ ने आदेश दिया कि बंगाल के जिन कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव लंबित हैं, वहां के छात्र निकाय कार्यालय को बंद रखा जाए। पीठ ने छात्रसंघ कक्षों के अंदर सभी प्रकार की मनोरंजक गतिविधियों पर रोक लगाते हुए निर्देश दिया कि इन कमरों का उपयोग आधिकारिक उद्देश्यों के लिए, यदि अत्यंत आवश्यक हो तो विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार या संबंधित संस्थान के प्रधानाचार्य से लिखित अनुमति के बाद ही किया जा सकता है।
हालांकि यह आदेश साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज के छात्र संघ कक्ष पर लागू नहीं होगा, जिसे फिलहाल जांच के लिए सील कर दिया गया है। बता दें कि कालेज का पूर्व छात्र व टीएमसी कार्यकर्ता मनोजित मिश्रा ने गत 25 जून की रात कालेज के दो छात्रों जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी के साथ मिलकर संस्थान में इस वारदात को अंजाम दिया था।
कॉल डिटेल्स खंगाल रही पुलिस
पुलिस अधिकारी उन लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं, जिनसे मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा ने गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले मुलाकात की थी। जांचकर्ता यह भी तफ्तीश कर रहे हैं कि क्या अन्य दो आरोपियों जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी ने भी पुलिस द्वारा पकड़े जाने से पहले किसी व्यक्ति से संपर्क किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उनके मोबाइल फोन की लोकेशन से पता चला है कि वे 26 जून की शाम को बालीगंज स्टेशन रोड और फर्न प्लेस के आसपास घूम रहे थे।
पुलिस कॉल विवरण रिकॉर्ड का विश्लेषण कर रही हैं। जांचकर्ताओं के अनुसार तीनों पुलिस को गुमराह करने के लिए विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा क चूंकि तीनों कानून के छात्र हैं, इसलिए वे कुछ खास तरकीबें जानते हैं। जांचकर्ताओं ने उन 16 लोगों में से कुछ से बात की जो 25 जून को कॉलेज में अपराध के समय मौजूद थे। गार्ड के कमरे से जब्त की गई चादर पर एक दाग पाया गया और पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इसका दुष्कर्म से कोई संबंध है।
एक छात्र ने दावा किया है कि साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में प्रवेश का विरोध करने पर सामूहिक दुष्कर्म मामले के मुख्य आरोपी मनोजित मिश्रा ने अपने साथियों के साथ मिलकर सड़क पर लिटाकर उसकी बेधड़क पिटाई की थी। शिकायत दर्ज करने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। छात्र की पिटाई का एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुआ है। इसके अलावा पीड़ित छात्र ने बताया कि मनोजित कुख्यात अपराधी लॉरेंस बिश्नोई को अपना आदर्श मानता है।
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