बीएसएफ ने साइकिल के टायर में छिपाकर बांग्लादेश में तस्करी की जा रही 4.8 किलो चादी के आभूषणों समेत तस्कर दबोचा
जब्त चांदी की कीमत दो लाख रुपये से अधिक। जवानों ने रोककर जब उसकी तलाशी ली तो उसकी साइकिल के दोनों टायरों से 18 पैकेट्स चादी के आभूषण निकले जिनको पालिथीन में लपेटकर रखा था। तस्कर ने खुलासा किया कि नियमित रूप से इस तरह की तस्करी में लिप्त रहा।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 112वीं वाहिनी के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत- बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करों को नाकाम करते हुए 4.850 किलोग्राम चादी के आभूषणों के साथ एक तस्कर को पकड़ा। चांदी को साइकिल के टायर में छिपाकर भारत से बांग्लादेश में तस्करी की जा रही थी। बीएसएफ ने एक बयान में बताया कि यह घटना सात नवंबर को सीमा चौकी हाकिमपुर इलाके की है, जब सतर्क जवानों ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। जब्त चांदी की अनुमानित कीमत 2,11,615 रुपये है।
दोनों टायरों से 18 पैकेट्स चांदी के आभूषण निकले
बयान के अनुसार, ड्यूटी पर तैनात जवानों ने एक संदिग्ध साइकिल सवार को आते देखा जो कि सीमावर्ती गाव स्वरूपदा से तराली गांव की तरफ जा रहा था। जवानों ने रोककर जब उसकी तलाशी ली तो उसकी साइकिल के दोनों टायरों से 18 पैकेट्स चादी के आभूषण निकले जिनको पालिथीन में लपेटकर रखा था। पकड़े गए तस्कर की पहचान खलील गाजी, जिला- उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है।
नियमित रूप से इस तरह की तस्करी में लिप्त रहा
पूछताछ में तस्कर ने खुलासा किया कि वह नियमित रूप से इस तरह की तस्करी में लिप्त रहा है। आगे उसने बताया हाकिमपुर में एक अनजान व्यक्ति ने साइकिल समेत ये आभूषण उसे दिए थे। इसके बाद बीएसएफ की चेक पोस्ट को पार करके अनजान व्यक्ति द्वारा बताई हुई जगह पर साइकिल को खड़ा करना था।
कार्रवाई के लिए कस्टम कार्यालय तेंतुलिया को सौंपा
आगे वहा से कोई अनजान व्यक्ति इस साइकिल को लेकर जाने वाला था। लेकिन जवानों ने उसे पहले ही अपनी गिरफ्त में ले लिया। पकड़े गए तस्कर और जब्त आभूषणों को बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए कस्टम कार्यालय तेंतुलिया को सौंप दिया है।
सीमा सुरक्षा बल तस्करी रोकने को कड़े कदम उठा रही
इधर, इस सफलता पर 112वीं वाहिनी के कमाडिंग आफिसर ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल भारत- बाग्लादेश सीमा पर तस्करी को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है, जिसके चलते तस्करी जैसे कामों में लिप्त लोगों को काफी मुश्किलों का अनुभव हो रहा है। उनमें से कुछ पकड़े जा रहे है जिन्हें कानून मुताबिक सजाएं भी हो रही हैं।