बीएसएफ ने टोटो से 3 किलो चांदी के साथ एक तस्कर को दबोचा, अवैध तरीके से सीमा पार कराकर बांग्लादेश में की जानी थी तस्करी
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए ई रिक्शा (टोटो) से 3.05 किलोग्राम चांदी के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए ई रिक्शा (टोटो) से 3.05 किलोग्राम चांदी के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही अन्य स्थानों से जवानों ने सात किलोग्राम गांजा भी जब्त किया।चांदी व गांजा को अवैध तरीके से सीमा पार करा कर बांग्लादेश में तस्करी की जानी थी। बीएसएफ की ओर से मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी गई।
बयान के अनुसार, 18 अक्टूबर को 112वीं बटालियन की सीमा चौकी हाकिमपुर को खुफिया विभाग ने एक अहम और पुख्ता जानकारी दी कि एक शख्स टोटो में सीट के नीचे भारी मात्रा में अवैध चांदी के गहनों की तस्करी करने के लिए स्वरूपदाह गांव से तराली की तरफ निकल चुका है। तुरंत बीएसएफ जवानों को सर्तक कर दिया गया तथा प्रत्येक आने-जाने वालों की गहराई से तलाशी ली जाने लगी।
टोटो की सीट के नीचे छिपाया गया था चांदी आभूषण
हाकिमपुर चेकपोस्ट के पास टोटो की तलाशी लेने पर सीट के नीचे छिपाए गए चांदी के आभूषण मिले। इसके बाद जवानों ने टोटो चालक को गिरफ्तार कर लिया। चांदी के गहनों का वजन 3.05 किग्रा निकला जिसकी भारतीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 1,87,053 रुपये आंकी गई है। गिरफ्तार टोटो चालक (तस्कर) नाबालिग है और उसकी उम्र 17 वर्ष है। वह गांव-तराली, डाकघर-हाकिमपुर, थाना स्वरूप नगर, जिला- उत्तर 24 परगना का ही रहने वाला है। आगे उसने बताया कि वह अपने चाचा सलीम मौला से ही यह सामान लिया था और सीमा सुरक्षा बल को चकमा देकर हाकिमपुर चेकपोस्ट को पार करना था। जिसके बाद अपनी बहन कावेरी बीवी (गांव- हाकिमपुर) को देना था, जिसके बदले उसको 200 रुपये मिलना था। लेकिन बीएसएफ ने उसे पहले ही पकड़ लिया।उधर, दूसरी घटना मुर्शिदाबाद जिले में 141वीं बटालियन की सीमा चौकी जलंगी इलाके की है, जहां से सात किलोग्राम गांजा जब्त किया। इधर, बीएसएफ ने जब्त चांदी के आभूषणों एवं गांजे को अग्रिम कार्यवाही हेतु संबंधित थाने को सौंप दिया है।
बीएसएफ जवानों की थपथपाई पीठ
इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के प्रवक्ता ने इस सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए जवानों की पीठ थपथपाई।उन्होंने कहा कि इसका श्रेय बीएसएफ के जवानों और उनकी इंटेलिजेंस ब्रांच को जाता है जो कि बिना थके चैबीसों घंटे बार्डर के चप्पे-चप्पे पर छाये रहते हैं।