बीएसएफ ने गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाकर फिर दिया मानवता का परिचय
नदिया जिले के सीमावर्ती क्षेत्र की घटना।गर्भवती महिला को परिवार के सदस्यों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गए। जहा तुरंत ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ने प्राथमिक जाच के बाद जरूरी इलाज दिया जिसके बाद बीमार महिला की स्थिति में सुधार होने पर उसे वापस उसके घर पहुंचा दिया गया।

जागरण संवाददाता, कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने नदिया जिले में 08वीं वाहिनी की सीमा चौकी सिलबेरिया इलाके में दर्द से तड़प रही एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाकर एक बार फिर मानवता का परिचय दिया है। बल के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से एक बयान में बताया गया कि यह घटना 28 जुलाई की है। सीमा चौकी सिलबेरिया के कंपनी कमाडर को सूचना मिली कि गाव सिलबेरिया के उज्जवल राय की पत्नी देवकी राय सात महीने की गर्भवती है और अचानक से उसकी तबीयत खराब हो गई है। उसके परिवार वालों को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन नहीं मिल रहे हैं। जिसके उपरात कंपनी कमाडर ने बिना विलंब किए बीएसएफ के एंबुलेंस को नर्सिंग सहायक के साथ तुरंत देवकी राय के घर भेजा।
वहा से गर्भवती महिला को परिवार के सदस्यों के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बगुला लेकर गए। जहा तुरंत ड्यूटी पर तैनात डाक्टर ने प्राथमिक जाच के बाद जरूरी इलाज दिया, जिसके बाद बीमार महिला की स्थिति में सुधार होने पर उसे वापस उसके घर पहुंचा दिया गया।
वहीं, गर्भवती महिला के परिवार ने इस सहयोग के लिए बीएसएफ का आभार जताया और कहा कि वह सदैव जरूरतमंद लोगों की सहायता करती है। वहीं, इस प्रकरण पर 08वीं वाहिनी बीएसएफ के कमाडिंग आफिसर राजीव रातुरी ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल के जवान आधी हो या तूफान, दिन हो या रात अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हमेशा डटकर ड्यूटी करते है। इसके साथ ही सीमा पर रहने वाले लोगों की सहायता के लिए भी हमेशा तत्पर रहते हैं। जिसके चलते सीमा सुरक्षा बल और सीमा वासियों के बीच आपसी संबंध और मजबूत हो रहे हैं।
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