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    बीएसएफ ने आईसीपी पेट्रापोल पर तस्करी को फिर किया नाकाम, दवाइयों के साथ तीन तस्कर गिरफ्तार

    By Priti JhaEdited By:
    Updated: Fri, 02 Jul 2021 11:49 AM (IST)

    बीएसएफ के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित आईसीपी पेट्रापोल में एक बार फिर तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए तीन अलग-अलग घटनाओं में विभिन्न प्रकार की दवाइयों के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है।

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    अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दवाइयों के साथ दवाइयों के साथ गिरफ्तार तस्कर।

    राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित आईसीपी पेट्रापोल में एक बार फिर तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए तीन अलग-अलग घटनाओं में विभिन्न प्रकार की दवाइयों के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि तीनों तस्करों को 30 जून को उस वक्त पकड़ा गया जब वे दवाइयों को आईसीपी पेट्रापोल क्षेत्र से तस्करी के लिए बांग्लादेश ले जाने का प्रयास कर रहे थे। जब्त दवाइयों की अनुमानित कीमत 1,79,861 रुपये है।

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    बयान के मुताबिक, पहली घटना में, दैनिक रूटीन ड्यूटी के दौरान आईसीपी पेट्रापोल पर 179वीं वाहिनी के जवान निर्यात का माल लेकर बांग्लादेश जाने वाले वाहनों की सुरक्षा जांच कर रहे थे। इसी दौरान जवानों ने एक संदिग्ध ट्रक को देखा जो निर्यात का माल (समुद्री मछली) लेकर भारत से बांग्लादेश की तरफ जा रहा था। जब जवानों ने सुरक्षा जांच के दौरान बारीकी से ट्रक की तलाशी ली तो इसके कैबिन के अंदर से एक बैग मिला। बैग खोलने पर इसके अंदर से विभिन्न प्रकार की दवाइयां बरामद हुई। जिसे ट्रक चालक अवैध तरीके से तस्करी के उदेश्य से बांग्लादेश ले जा रहा था।

    जवानों ने दवाइयों को ट्रक सहित जब्त कर लिया तथा ट्रक चालक (तस्कर) को भी हिरासत में ले लिया। पकड़े गए ट्रक चालक की पहचान बबलू मिस्त्री (36) के रूप में हुई है। वह बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले के सतगछिया का रहने वाला है। पूछताछ में उसने बताया कि वह वर्तमान में अस्थाई रूप से बनगांव में रहता है और ट्रक चालक के रूप में कार्य करता है। वह नियमित तौर पर निर्यात का माल लेकर बांग्लादेश जाता रहता है। 29 जून को जब वह बांग्लादेश जाने के लिए ट्रक लेकर आ रहा था उसी दौरान रात्री आठ बजे हावड़ा के नजदीक सैकत साहा नाम के व्यक्ति ने उसे ये दवाइयां दिया था, जिसे बांग्लादेश ले जाना था। उसने यह भी बताया था कि इन दवाइयों को आईसीपी बेनापोल (बांग्लादेश) पहुंचने पर असद अली नाम के बांग्लादेशी व्यक्ति को देना था। लेकिन आईसीपी (अंतरराष्ट्रीय सीमा) क्रॉस करने से पहले ही बीएसएफ ने उसे वाहन चेकिंग के दौरान दवाइयों के साथ पकड़ लिया।

    मोटरसाइकिल सवार को दवाइयों के साथ पकड़ा

    दूसरी घटना में, उसी दिन बीएसएफ जवानों ने आईसीपी पेट्रापोल में रेलवे क्रॉसिंग के नजदीक रूटीन तलाशी अभियान के दौरान एक संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार (तस्कर) को संदेहास्पद स्थिति में आयात (बांग्लादेशी) पार्किंग एरिया की तरफ जाते हुए देखा। जब उसे रोक कर तलाशी ली गई तो उसके बैग से विभिन्न प्रकार की दवाइयां (विटामिन- डी, कैल्सियम तथा आई ड्रॉप) बरामद हुआ। पकड़े गए तस्कर की पहचान अजोप शेख (35), निवासी- पेट्रापोल, जिला- उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है।

    पूछताछ में तस्कर ने स्वीकार किया कि वह विभिन्न प्रकार की तस्करी में शामिल है तथा पेट्रापोल निवासी जलालुदीन शेख तथा शबीर अली (रॉयल कोच बस मालिक) के लिए वाहक का कार्य करता है। सुबह गोल्डन इन्टरप्राइजेज मनी एक्सचेंज ने उसे 30,000 रुपये दिया, जिसकी दवाइयां लेकर बांग्लादेशी ट्रक ड्राइवर को देना था। जिससे दवाइयों को ट्रक में छुपा कर बांग्लादेश भेजा जा सके। जब वह इन दवाइयों को खरीद कर आयात (बांग्लादेशी) पार्किंग एरिया की तरफ जा रहा था उसी दौरान आईसीपी के अंदर रेलवे क्रॉसिंग के पास बीएसएफ ने उसे चेकिंग के दौरान दवाइयों के साथ पकड़ लिया।

    एक और मोटरसाइकिल सवार तस्कर को पकड़ा

    तीसरी घटना में, उसी दिन दैनिक रूटीन ड्यूटी के दौरान जवानों ने आईसीपी पेट्रापोल पर सुरक्षा जांच के दौरान एक मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति के कपड़े (पेंट) में से विभिन्न प्रकार की दवाइयां को जब्त किया तथा तस्कर को भी हिरासत में ले लिया। तस्कर का नाम कृष्णा दास (25), निवासी- पेट्रापोल, जिला- उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने बताया कि वह वाहन चालक का काम करता है और रोज बांग्लादेश जाता है। उसने बताया कि राजू मंडल जो कि बनगांव का रहने वाला है, ने उसे दवाइयां दी और उसे बांग्लादेश में एक व्यक्ति को देने को कहा। परंतु जवानों ने उसे पकड़ लिया।गिरफ्तार तीनों तस्करों को जब्त सामग्रियों के साथ आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए कस्टम कार्यालय पेट्रापोल को सौंप दिया गया है।

    179 बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर ने तस्करी रोकने में कस्टम अधिकारियों से मांगा सहयोग

    इधर, 179वीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर अरुण कुमार ने आईसीपी पेट्रापोल पर आयात और निर्यात वाहन तथा यात्रियों के व्यक्तिगत समान की आड़ में होने वाली तस्करी को रोकने के लिए कस्टम अधिकारियों से बातचीत की है और सहयोग मांगा है, जिससे कि सामान की आड़ में किसी भी प्रकार की तस्करी न हो पाए।