दुस्साहस! BGB जवानों ने भारतीय सीमा में घुसकर किसान के साथ की मारपीट, BSF ने जताया कड़ा विरोध
बीएसएफ ने बांग्लादेशी उच्चायोग को भी घटना से अवगत कराया है। अधिकारियों ने बताया कि बीजीबी के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हो सके।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर दुस्साहसिक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। सीमा पार से तस्करों के बाद अब बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के जवानों द्वारा भारतीय सीमा में घुसकर किसान के साथ मारपीट की घटना सामने आई है।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अधिकारियों ने दी जानकारी
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि यह घटना नदिया जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में घटी है। बताया गया कि मुस्लिमपारा गांव निवासी भारतीय किसान हुसैन विश्वास (35) मंगलवार शाम करीब छह बजे जब सीमा के पास अपने खेत में फसल की रखवाली कर रहे थे, उसी दौरान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गश्त कर रहे बीजीबी के कुछ जवान अचानक से भारतीय सीमा में करीब 50 मीटर अंदर तक घुसकर बिना कारण किसान के साथ झगड़ा करने लगा।
किसान के हाथ की उंगली और कमर में आईं गंभीर चोटें
बीजीबी जवानों ने किसान के साथ न केवल दुव्र्यवहार किया, बल्कि मारपीट भी की और कपड़े तक फाड़ दिए। झगड़े में किसान के हाथ की उंगली और कमर में गंभीर चोटें आईं है। इसके बाद बीजीबी जवान वापस चले गए। इस घटना का पता चलने पर वहां पहुंचे स्थानीय गांववालों ने बीजीबी की इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया और उनमें भारी रोष व्याप्त है। घटनास्थल से एक बीजीबी जवान की टोपी भी बरामद हुई है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, किसान के साथ मारपीट की घटना के कुछ देर बाद 15- 20 की संख्या में बीजीबी जवानों का दल फिर से अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते मुस्लिमपारा गांव के नजदीक आया और उन्होंने गांववालों को धमकी तक दी। गांववालों से कहा कि अगर उन्होंने बीजीबी के जवान की टोपी नहीं लौटाई तो इसका बहुत बुरा अंजाम होगा।
बीएसएफ ने बांग्लादेशी उच्चायोग को भी घटना से अवगत कराया
इधर, बीएसएफ ने इस दुस्साहसिक घटना का संज्ञान लेते हुए तुरंत बीजीबी के उच्च अधिकारियों को इससे अवगत कराते हुए कड़ा विरोध जताया है। घटना के बाद दोनों बलों के बीच फ्लैग मीटिंग भी बुलाई गई, जिसमें बीएसएफ अधिकारियों ने बीजीबी को प्रोटेस्ट नोट सौंपा है और घटना में शामिल जवानों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने एवं भविष्य में ऐसी घटना नहीं हो, इसके लिए कदम उठाने को कहा है।
बीएसएफ ने बांग्लादेशी उच्चायोग को भी घटना से अवगत कराया है। अधिकारियों ने बताया कि बीजीबी के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं ना हो सके। इधर, इस घटना से सीमा पर तनाव है और ग्रामीणों में बेहद रोष है।
पिछले महीने बांग्लादेश के सौ से ज्यादा शरारती तत्वों ने बीएसएफ जवानों पर किया था हमला
बता दें कि इससे पहले 26 फरवरी को बांग्लादेश की तरफ से सौ से अधिक की संख्या में शरारती तत्वों के समूह ने मुर्शिदाबाद जिले की सीमा पर भारतीय क्षेत्र में घुसकर सीमा के पास खेत में काम कर रहे भारतीय किसानों की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ जवानों पर लाठी, डंडों और धारदार हथियारों से हमला कर दिया था, जिसमें दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। यही नहीं, बदमाश जवानों के हथियार छीनकर भी वापस बांग्लादेश की तरफ भाग गए थे।
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, इससे पूर्व में भी यहां भारतीय किसानो की फसल बर्बाद करने और बांग्लादेशियों द्वारा जबरन भारतीय जमीन पर अपने मवेशी चराने की कई घटनाएं हो चुकी है, लेकिन बीजीबी ने इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस करवाई नहीं की है, इस बारे में भी उन्हें अवगत कराया गया है।