जलवायु परिवर्तन से बंगाल व असम चाय उत्पादन पर पड़ रहा बुरा असर, प्रभावित हो रही फसल की मात्रा व गुणवत्ता
West Bengal News जलवायु परिवर्तन के कारण बंगाल और असम की चाय उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा काफी प्रभावित हो रही है। अंतरराष्ट्रीय व घरेलू बाजारों में घट रही चाय की मांग भी एक चुनौती बन गई है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। जलवायु परिवर्तन से बंगाल व असम में चाय उत्पादन की मात्रा व गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। द टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इस पर गहरी चिंता जताई है।
असम और बंगाल के चाय उत्पादकों का करते हैं प्रतिनिधित्व
द टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया बंगाल व असम के चाय उत्पादकों का प्रतिनिधित्व करता है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय जालान ने बताया कि मौसम का पैटर्न बदल रहा है। गर्मी बढ़ रही है और पर्याप्त मात्रा में बारिश नहीं हो रही। इससे चाय उत्पादन पर असर पड़ रहा है और गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है।
अंतर्राष्ट्रीय व घरेलू बाजारों में घट रही चाय की मांग
एक और चुनौती अंतर्राष्ट्रीय व घरेलू बाजारों में चाय की घटती मांग है। चाय क्षेत्र के सभी अंशधारियों यानी चाय उत्पादकों, उद्योग प्रमुखों, खुदरा विक्रेताओं, सरकारी निकायों और चाय विशेषज्ञों को साथ मिलकर इसका समाधान निकालना होगा। सरकार को भी पहल करनी होगी।
वहीं, एसोसिएशन के सचिव प्रबीर भट्टाचार्य ने कहा कि सतत विकास वाले क्रियाकलापों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। बाजारों का विविधीकरण करने की भी जरूरत है। उनका संगठन असम व बंगाल के चाय उत्पादकों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।