मुर्शिदाबाद हिंसा में 109 घरों को पहुंचा नुकसान, सरकारी सर्वेक्षण हुआ पूरा; विस्थापितों के वापस लौटने का भी दावा
वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ आठ अप्रैल से 12 अप्रैल के बीच विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा में एक व्यक्ति और उसके बेटे सहित कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। हिंसा के सिलसिले में 274 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दंगों के दौरान सैकड़ों लोगों ने मुर्शिदाबाद से भागकर पड़ोसी मालदा जिले में शरण ली।

राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल में हुए सांप्रदायिक दंगों में कुल 109 घर क्षतिग्रस्त हुए। एक सरकारी सर्वेक्षण में बुधवार को यह जानकारी दी गई। एक अधिकारी ने कहा कि मुख्य सचिव मनोज पंत को रिपोर्ट सौंपी गई।
अधिकारी ने मुर्शिदाबाद जिला प्रशासन ने एक सर्वेक्षण कराया और पाया कि धुलियान, शमशेरगंज और सुती में हाल के दंगों के दौरान 109 घर क्षतिग्रस्त हुए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले घोषणा की थी कि हिंसा से प्रभावित सभी घरों का राज्य की बांग्लार बाड़ी आवास योजना के तहत पुनर्निर्माण किया जाएगा।
विस्थापित लोग वापस लौटे
दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को हुए नुकसान के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि पंचायत विभाग के प्रधान सचिव और जिला प्रशासन को संयुक्त आकलन करने का निर्देश दिया गया है। अधिकारी के अनुसार, मुर्शिदाबाद के अपर जिलाधिकारी को विस्थापित परिवारों के पुनर्वास के साथ-साथ उनके घरों के पुनर्निर्माण की देखरेख करने का निर्देश दिया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि सभी विस्थापित लोग वापस लौट आए हैं और जिला प्रशासन उनकी देखभाल कर रहा है। मुख्यमंत्री बनर्जी ने मंगलवार को घोषणा की थी कि वह मई के पहले सप्ताह में मुर्शिदाबाद के दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी। मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि उनकी सरकार मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देगी।
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