बंगाल में बीएलए की नियुक्ति में भाजपा सबसे आगे तो तृणमूल सबसे पीछे
पश्चिम बंगाल में बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) की नियुक्ति में भाजपा सबसे आगे है, जबकि तृणमूल कांग्रेस सबसे पीछे है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने सबसे अधिक बीएलए-1 और बीएलए-2 की नियुक्ति की है। माकपा दूसरे स्थान पर है। एसआईआर में बीएलए की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, क्योंकि वे बूथ स्तरीय अधिकारियों के साथ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र देने में मदद करते हैं। अभिषेक बनर्जी ने टीएमसी नेताओं को बीएलए नियुक्त करने का निर्देश दिया था।

बंगाल में बीएलए की नियुक्ति में भाजपा आगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए) की नियुक्ति में मुख्य विपक्षी दल भाजपा सबसे आगे है, वहीं सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस सबसे पीछे है। माकपा दूसरे स्थान पर है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार गत 30 अक्टूबर तक भाजपा ने 294 बीएलए-1 व 7,912 बीएलए-2 की नियुक्ति की है। माकपा 143 बीएलए-1 व 6,175 बीएलए-2 की नियुक्ति कर चुकी है जबकि तृणमूल ने अब तक सिर्फ 36 बीएलए-1 व 2,349 बीएलए-2 की नियुक्ति की है।
एसआईआर में बीएलए की महत्वपूर्ण भूमिका
मालूम हो कि मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) में पार्टी स्तर पर बीएलए की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। बूथ स्तरीय अधिकारी आगामी चार नवंबर से घर-घर जाकर लोगों को गणना प्रपत्र देने का काम शुरू करेंगे। उनके साथ बीएलए भी रहेंगे। ऐसा इसलिए ताकि एसआईआर की पूरी प्रक्रिया राजनीतिक दलों की भी जानकारी में रहे।
टीएमसी के सबसे कम बीएलए
तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पिछले दिनों पार्टी के करीब 18,000 नेताओं के साथ वर्चुअली बैठक कर उन्हें आगामी तीन नवंबर तक सभी बूथों पर बीएलए की नियुक्ति करने का निर्देश दिया था। ऐसे में सोमवार को तृणमूल के बीएलए की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना है।

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