हरिणघाटा में एनडीआरएफ बटालियन मुख्यालय में वार्षिक प्रशिक्षण व संचालन सम्मेलन का शुभारंभ, डीजी ने किया उद्घाटन
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आपदाओं से निपटने के लिए प्रभावी रोडमैप तैयार करने समेत एनडीआरएफ एसडीआरएफ और स्थानीय समुदाय को अग्रिम प्रशिक्षण एवं राज्य की संबंधित एजेंसियों के साथ तालमेल स्थापित करना है।अधिकारी आपदा से निपटने परिचालन क्षमता को बढ़ाने और प्रभावी प्रबंधन समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर रहे।
जागरण संवाददाता, कोलकाता । नदिया जिले के हरिणघाटा में स्थित राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 2 नंबर बटालियन मुख्यालय में गुरुवार को दो दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण व संचालन सम्मेलन 2022 शुरू हुआ। एनडीआरएफ के महानिदेशक (डीजी) आइपीएस अतुल करवाल ने गुरुवार सुबह यहां बटालियन मुख्यालय में इस सम्मेलन का उद्घाटन किया। महानिदेशक की अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मेलन में एनडीआरएफ के 44 अन्य वरिष्ठ अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। एक बयान में बताया गया कि एनडीआरएफ की 2 नंबर बटालियन के इतिहास में यह पहली बार है जब यहां इतने बड़े सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। यह सम्मेलन 25 फरवरी, शुक्रवार तक चलेगा।
अधिकारियों ने बताया कि सम्मेलन के दौरान एनडीआरएफ के वरिष्ठ अधिकारी आपदा व इससे निपटने समेत परिचालन क्षमता को और बढ़ाने और प्रभावी प्रबंधन समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर रहे हैं। अधिकारी के मुताबिक, इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आपदाओं से निपटने के लिए प्रभावी रोडमैप तैयार करने समेत एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय समुदाय को अग्रिम प्रशिक्षण एवं राज्य की संबंधित एजेंसियों के साथ बेहतर तालमेल स्थापित करना है।
अधिकारियों ने बताया कि यह सम्मेलन सभी प्रतिभागियों को किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने व इससे निपटने की तैयारी समेत योजना बनाने में एक साझा मंच प्रदान करेगा। डीजी समेत एनडीआरएफ के सभी थिंक टैंक इसमें हिस्सा ले रहे हैं। सम्मेलन में आइजी एनडीआरएफ, डीआइजी ट्रेनिंग, डीआइजी आपरेशन समेत सभी यूनिट कमांडेंट और अन्य अधिकारी भाग ले रहे हैं और एनडीआरएफ को आगे ले जाने के लिए अपने बहुमूल्य इनपुट साझा कर रहे हैं। सम्मेलन के पहले दिन एनडीआरएफ के महानिदेशक ने बचाव दल को शारीरिक फिटनेस बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए।
इस दिन महानिदेशक करवाल ने बल के दो नंबर बटालियन मुख्यालय परिसर में शापिंग काम्प्लेक्स व अन्य सुविधाओं का भी उद्घाटन किया। बताते चलें कि किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया व इससे निपटने के लिए एनडीआरएफ सबसे बड़ा एकल बल है। एनडीआरएफ ने हमेशा आगे बढ़कर आपदा की स्थिति में नेतृत्व किया है।