ढ़ाई वर्षो बाद एक जुलाई से खुल जाएगा भूटान गेट
- 23 जुलाई को अधिकारिक ऐलान होने की संभावना बातचीत का दौर जारी संवाद सूत्र ज

- 23 जुलाई को अधिकारिक ऐलान होने की संभावना, बातचीत का दौर जारी
संवाद सूत्र, जयगांव: करीब ढाई वर्षो बाद एक जुलाई से भूटान पर्यटकों के लिए खुलने जा रही है। ढ़ाई वर्ष बाद भूटान खुलने की खबर से सीमा पर रहने वाले लोगों और पर्यटकों में काफी उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है। हालाकि अब तक इस खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। सूत्रों की माने तो इसी महीने उक्त खबर की पुष्टि हो सकती है। इसे लेकर फिलहाल बातचीत का दौर चल रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते भूटान गेट पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था। करीब ढ़ाई वर्षो से भूटान गेट बंद पड़ा है। अब पूरे विश्व के साथ भूटान में भी कोरोना मामले में कमी आई है। इसलिये पर्यटकों के लिए भूटान का दरवाजा खोलने को लेकर चर्चा हो रही है। साथ ही भारतीय और बाग्लादेश के पर्यटक से भूटान के द्वारा विकाश शुल्क के तौर पर 1200 प्रति रात प्रत्येक व्यक्ति लेने की योजना बनाई गई है। इसके अलावा विदेशी पर्यटकों से यही शुल्क 200 डॉलर वसूलने की बात कही जा रही हैं । विदेशी बच्चे जिनकी उम्र 5 से 12 वर्ष तक है उनसे 100 डॉलर शुल्क लिया जा सकता है। वहीं पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। इधर भारत से आने वाले पर्यटकों को भूटान जाने के लिए अपना असली आधार कार्ड , वोटर कार्ड आदि लाना होगा जिसे सकैनिंग कर उन्हें भूटान में प्रवेश कीए जाने की अनुमति दी जाएगी । हालाकि आधिकारिक रूप में 23 जून को सम्भवत: भूटान गेट पूरी तरह से खोलने की घोषणा किया जा सकता हैं। इधर भूटान के और से भूटान गेट खोलने की फैसला का सभी तरफ स्वागत हो रहा है।
भूटान गेट खोलने को लेकर विभिन्न संगठन, संस्था , राजनैतिक दलों ने कई बार आंदोलन किया था। भूटान का मुख्य व्यवसायिक केंद्र जयगांव है। फलस्वरूप भूटान गेट बंद होने से जयगांव का पूरा व्यवसाय ही चौपट हो गया था। अब गेट खुलने की बात से सभी खुश हैं।
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