Move to Jagran APP

आदिवासी वृद्धा को डायन बताकर मानसिक प्रताड़ना, एक दर्जन से अधिक लोगों ने की मारपीट; बाल भी काटे

पश्चिम बर्द्धमान जिले के अंडाल में एक आदिवासी वृद्धा महिला को डायन के संदेह में अत्याचार की घटना सामने आयी है जहां उसके साथ मारपीट की गई। परिवार वालों ने कहा कि लावदोहा के सरस्वती नामक ओझा को गांव में बुलाया गया था झाड़-फूंक कर वृद्धा को डायन घोषित कर दिया। उसके बाद गांव के करीब एक दर्जन महिला-पुरुषों ने रात भर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaPublished: Thu, 20 Jul 2023 11:17 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jul 2023 11:17 PM (IST)
आदिवासी वृद्धा को डायन बताकर मानसिक प्रताड़ना। प्रतीकात्मक फोटो।

दुर्गापुर, जेएनएन। अभी मणिपुर की घटना शांत नहीं हुई थी कि पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्द्धमान जिले के अंडाल में एक आदिवासी वृद्धा महिला को डायन के संदेह में अत्याचार की घटना सामने आयी है जहां उसके साथ मारपीट की गई एवं मल-मूत्र तक खाने को विवश किया गया। महिला अपने स्वजन एवं आदिवासी समाज के साथ पहले लावदोहा थाने गई। हालांकि, घटना का क्षेत्र अंडाल था, इस कारण उसे अंडाल थाने में भेजा गया। जहां पुलिस ने मामला दायर कर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस घटना से आदिवासी समाज में भी काफी उबाल है।

loksabha election banner

क्या है मामला?

पीड़ित महिला अंडाल थाना के दक्षिणखंड पंचायत इलाके की है। जिस पर डायन के संदेह में सात जुलाई को मानसिक एवं शारीरिक अत्याचार किया गया, जिसके बाद से वह फरीदपुर(लावदोहा) में अपने एक रिश्तेदार के घर शरण ली थी। परिवार वालों ने कहा कि लावदोहा के सरस्वती नामक ओझा को गांव में बुलाया गया था, झाड़-फूंक कर वृद्धा को डायन घोषित कर दिया।

एक दर्जन लोगों ने महिला के साथ किया दुर्व्यवहार

उसके बाद गांव के करीब एक दर्जन महिला-पुरुषों ने रात भर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। यहां तक की उसके कपड़ों को फाड़ दिया गया, बाल काट दिया गया एवं मल-मूत्र भी खिलाया गया। वहीं मेरे बच्चों ने बाधा दी तो उनके साथ भी मारपीट की गई, यहां तक की बेटे के पास से बीस हजार छीन लिया गया। डर से कांकसा अपने एक रिश्तेदार के पास गई, जहां पानागढ़ ग्रामीण अस्पताल में इलाज हुआ।

मामले में कार्रवाई की मांग

प्रताड़ना की खबर मिलने पर आदिवासी संगठन के लोग पीड़िता के साथ खड़े हुए एवं गुरुवार को फरीदपुर थाने गए। जहां से उनकी शिकायत की एक प्रति लेकर अंडाल थाने भेजा गया, जिस क्षेत्र में घटना हुई थी। महिला ने शिकायत कापी बीडीओ, एसडीएम एवं डीएम को दी है। आदिवासी संगठन भारत जत्था माझी परगना के पीर माझी बाबा लेबू हेमब्रम ने कहा कि मां की उम्र की वृद्ध महिला पर क्रूरतापूर्वक अत्याचार करने वालों को कड़ी सजा होनी चाहिए। ताकि आगे से इस प्रकार की अमानवीय घटना किसी के साथ ना हो।

पुलिस उपायुक्त ने क्या कहा?

इस मामले में आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट कुमार गौतम ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है। अंडाल थाने में मामला दर्ज हो रहा है। जिसकी जांच की जाएगी। पुलिस ऐसी घटना बर्दाश्त नहीं करेगी एवं आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.