Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संदीप घोष के बलिदान दिवस पर सड़क पर आई भाजपा की कलह

    By SATYENDRA KUMAR SHAHEdited By: Jagran News Network
    Updated: Wed, 10 Dec 2025 04:01 AM (IST)

    कांकसा संदीप घोष के बलिदान दिवस पर सड़क पर आई भाजपा की कलह अलग-अलग हुआ माल्यार्पण ...और पढ़ें

    Hero Image

    संदीप घोष के बलिदान दिवस पर सड़क पर आई भाजपा की कलह

    जागरण संवाददाता, दुर्गापुर : कांकसा के रूपगंज में सोमवार को भाजपा के बूथ अध्यक्ष संदीप घोष के सातवें बलिदान दिवस पर पार्टी की आंतरिक कलह सड़क पर आ गई। शहीद वेदी पर श्रद्धांजलि अर्पित करने को लेकर भाजपा दो गुटों में बंटी नजर आई। स्थिति यह रही कि एक ही शहीद वेदी पर पार्टी के दो अलग-अलग गुटों ने अलग-अलग समय पर कार्यक्रम आयोजित किए, जिसे लेकर अब राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। घटनाक्रम के अनुसार सोमवार की सुबह भाजपा किसान मोर्चा के जिला महासचिव भागीरथ घोष अपने समर्थकों के साथ रूपगंज स्थित शहीद वेदी पर पहुंचे। उन्होंने मूर्ति की साफ-सफाई की और माल्यार्पण कर चलते बने। इसके कुछ ही घंटों बाद, दिन चढ़ने पर भाजपा के बर्द्धमान सांगठनिक जिला के जिलाध्यक्ष अभिजीत ता और जिला उपाध्यक्ष चंद्रशेखर बनर्जी के नेतृत्व में जिला कमेटी का हुजूम वहां पहुंचा और दोबारा उसी मूर्ति पर माल्यार्पण किया। श्रद्धांजलि पर सफाई देते हुए भागीरथ घोष ने कहा कि घटनावाले दिन वह संदीप के साथ ही थे। सुबह उन्होंने देखा कि मूर्ति गंदी है, तो सफाई कर माल्यार्पण कर दिया। इसमें गुटबाजी जैसा कुछ नहीं है। दूसरी ओर भाजपा के जिला उपाध्यक्ष चंद्रशेखर बनर्जी ने कहा कि वहां निर्माण कार्य चल रहा है, जिसे जब समय मिल रहा है, वह आकर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। हमारा मुख्य लक्ष्य गुटबाजी नहीं, बल्कि संदीप के हत्यारों शेख सैफुल, शेख हिरन और कांगला को जेल भेजना है। इधर, तृणमूल कांग्रेस ने इस मामले में भाजपा पर हमला बोला है। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा पूरी तरह गुटबाजी के रोग से ग्रस्त है। एक पक्ष सुबह धूल झाड़कर माला पहनाता है, दूसरा दोपहर में आता है और शायद कोई रात में भी आएगा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 2026 चुनाव को देखते हुए ये नाटक कर रहे हैं, लेकिन बंगाल की जनता इन्हें नकार देगी। मालूम हो कि नौ दिसंबर 2018 को संदीप घोष की निर्मम हत्या कर दी गई थी। भाजपा का आरोप है कि सात साल बाद भी उन्हें पूर्ण न्याय नहीं मिला है। अब तक यह मामला कोर्ट में लंबित है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें