साइबर ठगों के लिए आपकी आवाज भी बहुत कीमती, ठगी व पोर्न के नए बाजार में आवाज से करोड़ों की कमाई
हनी ट्रैप का जाल-2 अब आप सोच रहे होंगे की आवाज रिकार्ड करने से क्या फायदा होगा? लेकिन इसमें बगैर किसी झंझट साइबर ठग मोटी रकम कमा लेते हैं। भारत पोर्न वीडियो के लिए काफी अच्छा बाजार है। हालांकि भारत सरकार ने पोर्न वीडियो पर प्रतिबंध लगा दिया है।

सिलीगुड़ी, मोहन झा। आपको पता भी है कि साइबर ठगों के लिए आपकी आवाज कितनी कीमती है? सुनने में अटपटा सा अवश्य है, लेकिन 5जी के इस बदलते दौर में साइबर ठग आपकी आवाज से ही ठगी कर उगाही कर रहे हैं। हनी ट्रैप के जरिए ठगी के कई मामलों की जांच के दौरान कुछ ऐसे ही तथ्य सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की साइबर क्राइम पुलिस के हाथ लगी है।
वैसे तो आवाज संगीतकार, अभिनेता व अभिनेत्री, नेता-मंत्रियों और खिलाडिय़ों की कीमती होती है। लेकिन साइबर ठगों के लिए आम आदमी की आवाज भी कीमती है। पिछली कड़ी में हमने आपको बताया कि हनी ट्रैप में फांस कर किस तरह आपकी वीडियो रिकार्ड कर ब्लैकमेल किया जाता है। इसके साथ ही लोगों में जागरूकता भी बढ़ी है। इसके कारण अधिकांश लोग साइबर ठग के हनी ट्रैप में कदम रखे बगैर ही बच कर निकल जाते हैं। ऐसे लोगों को ही निशाना बनाने के लिए साइबर ठग गिरोह ने ठगी के लिए नया तरीका अपनाया है। रुपए की उगाही के लिए नहीं बल्कि आवाज के लिए हनी ट्रैप का जाल बिछाया जा रहा है।
ठगी का असली मकसद आवाज चुराना
आपकी आवाज रिकार्ड करने के लिए भी इंटरनेट मीडिया पर युवती, महिलाओं और युवकों के नाम व फोटो का इस्तेमाल कर बनाए फर्जी अकाउंट से पहले दोस्ती का आमंत्रण भेजा जाता है। आवाज चुराने के लिए बनाए जाने वाले फर्जी अकाउंट कुछ अलग तरीके के होते हैं। इसे एक नजर में फर्जी अकाउंट समझना भी कठिन है। अकाउंट का प्रोफाइल फोटो काफी आकर्षक होता है। नाम और फोटो में भारतीय परंपरा की झलक होती है। जबकि प्रोफाइल डिटेल्स के जरिये शिक्षक-शिक्षिका या फिर सरकारी कर्मचारी बताया जाता है। कई अपने आपको की उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाली छात्राएं बताती हैं। दोस्ती का आमंत्रण स्वीकार करने के बाद हाय-हेलो के साथ आहिस्ता-आहिस्ता बातचीत का क्रम बढ़ाया जाता है। लेकिन आवाज चुराने वाले ठग आपका वाट्सएप नंबर नहीं मांगते। बल्कि विश्वास को और प्रगाढ़ करने के लिए स्वयं अपना मोबाइल नंबर आपको देंगे या फिर मैसेंजर पर ही वाइस काल करेंगे। शुरुआत में बाते काफी सलीके और शिष्टाचार के साथ बातचीत की जाएगी। इसके बाद घर-परिवार आदि के बारे मे जानकारी हासिल की जाऐगी। बाद में अश्लील बातें शुरू की जाती है। फिर यह दौर लगातार चलता रहेगा। आपको संदेह इसलिए नहीं होगा क्योंकि आपसे रुपये आदि की मांग नहीं की जाती है। ठगों का मकसद आपकी अश्लील बातों को ही रिकार्ड करना होता है। आप अश्लील बातें करने लगे तो इसकी रिकार्डिंग शुरू हो जाएगी।
अब आप सोच रहे होंगे की आवाज रिकार्ड करने से क्या फायदा होगा? लेकिन फायदा इसी में है। बगैर किसी झंझट के साइबर ठग मोटी रकम कमा लेते हैं। भारत पोर्न वीडियो के लिए काफी अच्छा बाजार है। हालांकि भारत सरकार ने पोर्न वीडियो पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके बाद भी इंटरनेट पर कई पोर्न वेबसाइट उपलब्ध है। जिसमें सैकड़ों या हजारों नहीं लाखों अश्लील वीडियो प्रदर्शित की जाती है। अपनी मातृभाषा तो सभी को पसंद है। इसलिए हिन्दी, बांग्ला, नेपाली, संथाली, राजवंशी, गुजराती, मराठी, तमिल, राजस्थानी, मारवाड़ी, और उडिय़ा आदि भाषाओ वाली पोर्न वीडियो की मांग अधिक है। लेकिन अधिकतर पोर्न वीडियो विदेशों में बनाए जाते है।
कैसे हो जाती है आवाज की चोरी
1.इंटरनेट पर भी अधिकांश पोर्न वीडियो अंग्रेजी, चाइनीज, जापानी, इटालियन, रशियन, अफ्रीकी आदि भाषाओ में उपलब्ध हैं।
2.इसी पोर्न बाजार को ध्यान में रखकर कम खर्च कर अधिक मुनाफा कमाने के लिए आपकी आवाज का इस्तेमाल किया जाता है।
3.विदेशी भाषाओं वाली पोर्न वीडियो मे आपकी आवाज डबिंग की जाती है। फिर इंटरनेट के मार्फत करोड़ों रुपए की कमाई की जाती है।
4.सूत्रों की मानें तो फोन पर बातचीत के दौरान सामने वाली वह विदेशी पोर्न वीडियो देख रही होती है, जिसमे आपकी आवाज की डबिंग की जानी है।
5.साइबर ठग गिरोह की लड़की उस वीडियो में होने वाली क्रियाओं के अनुसार ही आपसे बात करती है। आप भी अपने को काबू में नहीं रख पाते और अश्लीलता में रम जाते हैं।
6.आपको पता भी नहीं चलता और आपकी आवाज का उपयोग किसी अश्लील वीडियो में हो जाता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।