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    इस्‍लामपुर में भिखारन की मौत के दो सप्‍ताह बाद तक जारी है पैसों की गिनती, सिक्‍कों से भरी एक और बोरी मिली

    By Sumita JaiswalEdited By:
    Updated: Thu, 10 Mar 2022 05:21 PM (IST)

    कनिका महंतों नाम की भिखाखन की मौत हो गई थी । उसके मौत के पांच दिनों बाद ग्रामीणों व स्‍वजनों को उसके घर से रेजगारी और खुदरा रुपयों से भरे तीन ट्रंक मिले थे। फिर उसके घर से खुदरा रुपयों व पैसों से भरा एक बोरा मिला है।

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    भिखारी महिला के घर मिले रुपयों-पैसों की गिनती करते ग्रामीण। जागरण फोटो।

    उत्‍तर दिनाजपुर, जागरण संवाददाता। भिखारन महिला कनिका महंतो की मौत के दो सप्ताह बाद फिर उसके घर से एक लाख से भी अधिक रुपए की बरामदगी हुई हैं। मालूम हो कि गत महीने के अंतिम सप्ताह में कनिका महंतों नाम की भिखाखन की मौत हो गई थी । उसके मौत के पांच दिनों बाद ग्रामीणों व स्‍वजनों को उसके घर से  रेजगारी और खुदरा रुपयों से भरे तीन ट्रंक मिले थे। गिनती के बाद वह राशि एक लाख से भी अधिक हुई थी । इसके बाद फिर ग्रामीणों को उसी के घर से खुदरा रुपयों व पैसों से भरा एक बोरा मिला है। इसकी है जिसकी गिनती अभी भी जारी है।

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    स्थानीय लोगो में भिखारी महिला कनिका महंतों की मृत्यु के बाद रुपए बरामद होने से सनसनी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक गत एक मार्च को भिखारी के घर से रुपयों से भरे तीन ट्रंक बरामद हुए थे।  रुपए बरामद होने के बाद इलाके के लोग दिन भर रूपए गिनती करते रहे। बरामद रुपए पैसे को बैंक में रखा जाएगा ताकि भिखारी परिवार की जीवन भर की बचत राशि बर्बाद न हो या किसी और के द्वारा इसका गबन न किया जाए।

    मृतका कनिका महंतों की मां शैलबाला महंतो (80 ) के नाम रुपये जमा किए जाएंगे। उनका घर इस्लामपुर नगरपालिका के 13 नंबर वार्ड के लोकनाथनगर इलाके में है। एक हफ्ते पहले शैलबाला महंतो बेटी कनिका महंतो का निधन हो गया।  शैलबाला के साथ एक और बेटी मोनिका महंतो भी रहती हैं। वह मानसिक रूप से कमजोर है।  इस संबंध में क्षेत्र के निवासी आगे आए हैं ताकि परिवार के ये दोनों सदस्य जमा किए गए पैसे से अपना भरण पोषण कर सकें।  स्थानीय लोगों का अनुमान है कि जमा की गई राशि लाखों रुपये से अधिक हो सकती हैं।

    भिखारी महिला पूरे दिन भीख मांगती थी और थोडा-थोड़ा खर्च करके उसका अधिकांश हिस्सा बचा लेती थी।  भले ही भविष्य के लिए अधिकांश बचत बचा लिया हो लेकिन जीवन के कई सालों और मौसम इस तरह कष्ट के बीच से कट गए हैं।  मृतका कनिका महंतों के बड़े भाई बबलु महंतों ने कहा कि बरामद पैसे का इस्तेमाल कनिका के श्राद्ध कार्यक्रम के लिए किया जाएगा। उसके बाद बचे रुपयों को बैंक में रखा जाएगा। जो भविष्य में मां बेटी के जरूरत के समय काम आएगा।  पूरे दिन गिनती के बाद उक्त रुपये एक लाख से भी अधिक हुए थे। अब नया बोरा जो मिला है, उसकी गिनती की जा रही है। पैसे गिननेवालों के लिए ग्रामीणों ने खाने की व्यवस्था भी की है । खाना होटल से होम डिलीवरी करवाई जाती है।