ढाई महीने बाद खुले गंगासागर स्थित कपिल मुनि मंदिर के कपाट, बिना मास्क प्रवेश की अनुमति नहीं
गंगासागर स्थित कपिल मुनि मंदिर को खोल दिया गया है। खोलने से पहले मंदिर और आसपास की जगहों को किया गया सैनिटाइज -बिना मास्क प्रवेश की अनुमति नहीं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। गंगासागर स्थित कपिल मुनि मंदिर को करीब ढाई महीने बाद फिर से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। खोलने से पहले मंदिर और आसपास की जगहों को अच्छी तरह से सैनिटाइज किया गया। दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी डॉ. पी. ओलागानाथन ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मंदिर प्रबंधन को कोरोना को लेकर समस्त सरकारी दिशानिर्देशों का अक्षरश: पालन करने को कहा गया है।
कपिल मुनि मंदिर के महंत ज्ञानदास जी महाराज के उत्तराधिकारी संजय दास ने बताया कि बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। कतार में श्रद्धालुओं के बीच तीन-चार फुट की दूरी रखी जा रही है।
पहले प्रतिमाओं को छूकर प्रणाम करने की अनुमति थी, फिलहाल इसपर रोक लगा दी गई है । मंदिर को नियमित अंतराल पर सैनिटाइज किया जाएगा। संजय दास ने आगे कहा कि लॉकडाउन शुरू होने से पहले ही मंदिर को बंद कर दिया गया था और अब सरकारी दिशानिर्देशों के मुताबिक ही खोला गया है।
गौरतलब है कि हिंदुओं की आस्था के महापर्व मकर संक्रांति पर यहां लगने वाले गंगासागर मेले में देश-विदेश से लाखों की तादाद में भीड़ उमड़ती है।
लॉकडाउन में छूट व अनलॉक- 1
लॉकडाउन में छूट व अनलॉक- 1 के तहत सोमवार को कोलकाता सहित पूरे बंगाल में करीब ढाई महीने बाद होटल, रेस्तरां, शॉपिंग मॉल एवं अन्य प्रतिष्ठान खुले। राज्य सरकार ने कई शर्तों के साथ इन्हें खोलने की अनुमति दी है। इसके अलावा सरकारी दफ्तरों ने भी 70 फीसद कर्मचारियों की क्षमता के साथ काम शुरू कर दिया है। साथ ही अधिकतर निजी कार्यालय व प्रतिष्ठान भी सामान्य कामकाज की ओर लौट रहे हैं। राज्य सरकार के निर्देश के अनुसार, सोमवार से निजी कार्यालयों व संस्थानों में 100 फीसद कर्मचारियों की मौजूदगी के साथ काम की इजाजत दी गई है जिसके बाद यहां भी चहल-पहल देखी गई। हालांकि इसका फैसला प्रबंधन पर छोड़ दिया गया है और राज्य सरकार ने घर से ही ज्यादा काम करने पर जोर दिया है।
इधर, कोलकाता नगर निगम में सौ फीसद कर्मचारियों की क्षमता के साथ काम शुरू हुआ। निगम के प्रशासक व राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि चूंकि जरूरी सेवा से जुड़े कई कार्य निगम से होता है इसीलिए इसकी इजाजत दी गई है। इससे पहले राज्य सरकार ने 1 जून से प्रतिबंधों में ढील दी थी और सभी धार्मिक स्थलों को खोलने के साथ जूट, चाय और निर्माण क्षेत्रों मैं सौ फीसद कार्यबल के साथ काम की इजाजत दी थी। इधर, अनलॉक-1 के तहत ढील को और बढ़ाए जाने के बाद सोमवार को बड़ी संख्या में कोलकाता सहित अन्य शहरों में लोग सड़कों पर निकल आए और शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन करते दिखाई दिए।