अचानक लापता हो गईं शिक्षिका शांता मंडल
-दूसरे दिन भी ज्वाइन करने नहीं पहुंची -कोर्ट के निर्देश के बाद अब सर्विस पर ब्रेक जागरण संवा

-दूसरे दिन भी ज्वाइन करने नहीं पहुंची
-कोर्ट के निर्देश के बाद अब सर्विस पर ब्रेक
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एक वर्ष में तीन बार तबादला कराने वाली शिक्षिका ने जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच के एकल पीठ के निर्देश को नहीं माना। एकल पीठ के न्यायाधीश अभिजीत गांगुली द्वारा आदेश के बाद भी वह निर्धारित तिथि को बीरपाड़ा बालिका विद्यालय में ज्वाइन करने नहीं पहुंची। जिसके परिणाम स्वरूप एकल पीठ के निर्देश के अनुसार उनकी सर्विस ब्रेक हो गई है।
एक वर्ष में तीन बार तबादला मामले की जांच बीते गुरुवार को जलपाईगुड़ी सर्किट बेंच की एकल पीठ के न्यायाधीश अभिजीत गांगुली ने सीबीआइ को सौंप दिया। साथ ही उन्होंने सिलीगुड़ी की देशबंधुपाड़ा निवासी शिक्षिका शांता मंडल को 6 अगस्त तक सिलीगुड़ी के श्रीगुरु विद्या मंदिर हाई स्कूल से लीविंग सर्टिफिकेट लेकर बीरपाड़ा बालिका विद्यालय में ज्वाइन करने का निर्देश दिया। अन्यथा उन पर ब्रेक आफ सर्विस का प्रावधान लागू होगा।
दूसरी ओर शिक्षिका पूरी तरह से एकल पीठ के निर्देश की अवमानना कर गई हैं। जानकारी के मुताबिक 6 अगस्त यानी शनिवार तक ना तो उन्होंने श्री गुरु विद्यामंदिर हाई स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट ही ली और ना ही बीरपाड़ा बालिका विद्यालय ज्वाइन करने पहुंची। इसके अतिरिक्त शिक्षिका फिलहाल कहां हैं, इसको लेकर एक भ्रम की स्थिति पैदा की गई है। विवाद बढ़ने के बाद वह अचानक लापता हो गई है। कोई कहता है कि एकल पीठ के आदेश को चुनौती देने वह कलकत्ता हाईकोर्ट गई हैं तो कोई कुछ कह रहा है। तरह-तरह के दावे
1.शिक्षिका की वकील निवेदिता पाल का कहना है कि वह शारीरिक रूप से अस्वस्थ हैं,इसलिए उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। लेकिन वे अदालत के निर्देश का पालन करेंगी।
2.वहीं दूसरी तरफ शिक्षिका के परिवार के सदस्यों का कहना है कि वे गुरुवार की रात ही कोलकाता चली गई हैं।
3. इलाकाई लोगों का दावा है कि सर्किट बेंच के निर्देश के बाद से शिक्षिका शांता मंडल देशबंधुपाड़ा स्थित अपने ही मकान में नजरबंद हो गई हैं।
4. इलाकाई लोगों ने यह भी कहा कि शनिवार सुबह बालकनी में उन्हें देखा गया है। यह है पूरा मामला
बताते चलें कि शिक्षिका शांता मंडल सिलीगुड़ी के देशबंधुपाड़ा की निवासी हैं। वर्ष 2016 में कोलकाता के कुशमंडी से तबादला लेकर वह सिलीगुड़ी नगर निगम के 46 नंबर वार्ड के चंपासारी स्थित श्रीगुरु विद्यामंदिर हाई स्कूल में उन्होंने सहायक शिक्षिका के पद पर लग गई। बीते वर्ष प्रधान शिक्षक की परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर शिक्षा विभाग ने उनका तबादला बीरपाड़ा हाई स्कूल कर दिया। वहा मात्र आठ महीने काम करने के बाद शिक्षिका का फिर से सिलीगुड़ी महकमा के माटीगाडा प्रखंड अंतर्गत चंपासारी ग्राम पंचायत के देवीडांगा स्थित डा ओमियो पाल चौधरी हाई स्कूल में किया गया। लेकिन आरोप है कि शिक्षिका शाता मंडल ने यहा भी ज्वाइन ही नहीं की,बल्कि कोलकाता से एक स्पेशल आर्डर लेकर फिर से श्री गुरु विद्यामंदिर हाई स्कूल में प्रधान शिक्षिका के तौर पर ज्वाइन करने पहुंची। जिसका वहा के शिक्षक प्रभारी प्रसून सुंदर तरफदार ने विरोध किया। उन्होंने एक शिक्षिका का एक ही वर्ष में तीन बार तबादला किए जाने को लेकर हाई कोर्ट में मामला दर्ज कराया।
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