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सिलीगुड़ी जेल पर लटक रही कोरोना की तलवार

-क्षमता से दोगुने कैदी की उपस्थिति में शारीरिक दूरी का पालन राम भरोसे मोहन झा सिलीगुड़ी

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 10:12 PM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 10:12 PM (IST)
सिलीगुड़ी जेल पर लटक रही कोरोना की तलवार
सिलीगुड़ी जेल पर लटक रही कोरोना की तलवार

-क्षमता से दोगुने कैदी की उपस्थिति में शारीरिक दूरी का पालन राम भरोसे मोहन झा, सिलीगुड़ी : 200 की क्षमता वाले सिलीगुड़ी संशोधनागार में 420 को कैदियों रखा गया है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए शारीरिक दूरी का पालन तो राम भरोसे ही होगा। यह स्थिति सिलीगुड़ी संशोधनागार यानी जेल की है। हालाकि जेल प्रबंधन का दावा है कि कोरोना से बचाव के सभी मानकों का पालन कराया जा रहा है। बल्कि विचाराधीन मामलों के कैदियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अदालत मे पेश कराया जा रहा है।

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पहले चरण में पूरे विश्व में कोहराम मचाने वाला कोरोना वायरस दूसरे चरण मे और भी आक्रामक हो गया है। दूसरे चरण में कोरोना वायरस के संक्रमण की तेज रफ्तार के मद्देनजर एक बार फिर से शॉपिंग मॉल, स्कूल-कॉलेज, सिनेमा घर आदि को अनिश्चितकाल के बंद कर दिया गया है। वहीं, कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए आवश्यक सामाग्री के अलावा बार व हॉल खोलने का समय सीमित किया गया है। साथ ही कोरोना से बचाव के तीन मुख्य मानक फेस मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग व शारीरिक दूरी के पालन पीआर पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरती है। मगर, सिलीगुड़ी संशोधनागार मे कैदियों के बीच शारीरिक दूरी सिर्फ एक शब्द बनकर रह गया है। इसका मुख्य कारण क्षमता से अधिक कैदियों को सिलीगुड़ी जेल मे रखा गया है।

सिलीगुड़ी संशोधनागार अधिकतम दो सौ कैदियों को रखने की व्यवस्था है। लेकिन वर्तमान मे में सिलीगुड़ी संशोधनागार मे 420 कैदियों को रखा गया है। जिनमें से 25 महिला कैदी हैं। इसके अलावे सिलीगुड़ी व आस-पास के थाना पुलिस द्वारा विभिन्न मामलों मे गिरफ्तार आरोपितों को अदालत के निर्देशानुसार न्यायिक हिरासत मे भेजे जाने पर संख्या और भी बढ़ जाती है। 200 की क्षमता वाले जेल मे 420 से अधिक कैदियों को रखे जाने से कोरोना से बचाव के मुख्य मानक शारीरिक दूरी के पालन का अंदाजा लगाया जा सकता है। सिलीगुड़ी जेल प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार 50 कैदियों को डोरमेट्री में रखा गया है। बल्कि जेल के कैदियों का बाहर कहीं आना-जाना नहीं है। ना ही बाहरी या कैदियों के परिवार को भीतर आने की अनुमति है। कैदियों को उनके परिवार से मुलाकात की व्यवस्था विशेष सेल मे है। जहा कैदियों का परिवार सदस्यों के साथ शारीरिक संपर्क संभव नहीं है। बल्कि जेल की सुरक्षा में तैनात में पुलिस व अन्य कर्मचारी, अधिकारी व मुलाकात को आने वाले परिवार के लोगों को भी मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग अनिवार्य है, बल्कि जेल मे भी इसकी समुचित व्यवस्था है। इसलिए सिलीगुड़ी जेल मे कोरोना संक्रमण का खतरा ना के बराबर है। फलस्वरूप जेल मे शारीरिक दूरी अनिवार्य नहीं है। इसके अतिरिक्त सभी कैदियों मे नियमित रुप से फेस मास्क और सैनिटाइजर प्रदान किया जा रहा है।

सिलीगुड़ी संशोधनागार के अधीक्षक कृपामय नंदी ने बताया की दाíजलिंग जिला न्यायाधीश के निर्देशानुसार विचाराधीन कैदियों को प्रत्यक्ष के बजाए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अदालत में पेशी कराई जा रही है। वहीं नए आने वाले कैदियों को पहले 14 दिनों तक आइसोलेसन वार्ड मे रखा जा रहा है। उपलब्ध संसाधनो के अनुसार सिलीगुड़ी जेल मे कोरोना से बचाव के मानक और और हर संभव उपाए का पालन किया जा रहा है।


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