सिलीगुड़ी: झुंड से बिछड़ा हाथी का बच्चा, नक्सलबाड़ी में देखने उमड़ पड़ी लोगों की भीड़, वनकर्मियों ने बचाया
भारत-नेपाल सीमा के नजदीक नक्सलबाड़ी के झापूजोत इलाके में एक हाथी का बच्चा अपने झुंड से बिछड़ गया था। उसपर ग्रामीणों की नजर पड़ी तो सूचना तेजी से फैल गई। हाथी के बच्चे को देखकर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। भारत-नेपाल सीमा के नजदीक नक्सलबाड़ी के झापूजोत इलाके में एक हाथी का बच्चा अपने झुंड से बिछड़ गया था। उसपर ग्रामीणों की नजर पड़ी तो सूचना तेजी से फैल गई। हाथी के बच्चे को देखकर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर कोई हाथी के बच्चे को एक नजर देखने को आतुर था। हाथी का बच्चा इधर से उधर घूम रहा था। बच्चे से लेकर बूढ़े तक इस भीड़ में शामिल थे। लोगों ने इसकी जानकारी तुरंत वन विभाग को दी। टुकरियाझार व बागडोगरा वन विभाग की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची तथा हाथी के बच्चे को कब्जे में ले लिया। हाथी शावक को बागडोगरा के टाइपु बीट में लाया गया है। वन विभाग की ओर से बताया गया है कि छोटे हाथी की स्वास्थ्य जांच करने के बाद उसे बंगाल सफारी पार्क में लाया जाएगा।
बताते चले कि इस क्षे़त्र से नेपाल का जंगल लगता है। यह हाथियों का कारिडोर है। आए दिन बड़ी संख्या में हाथी इधर से होकर गुजरते हैं। दो सप्ताह पहले ही हाथियों का झुंड यहां से होकर गुजरा था। कई दिनों हाथियों का समूह इस क्षेत्र में डेरा जमाया हुआ था। हालांकि बाद में हाथियों का समूह घने जंगल में लौट गया था। माना जा रहा है कि रात के समय हाथियों का समूह इस क्षेत्र से होकर गुजरा है। इस क्रम में हाथी का यह छोटा बच्चा अपने झुंड से बिछड़ गया। हाथियों का झुंड संभवतः जंगल में लौट गया है।
सुबह के समय स्थानीय लोगों की नजर हाथी के बच्चे पर गई। इसके बाद ही लोगों का वहां जुटना प्रारंभ हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि हाथी का बच्चा काफी प्यारा है। वन विभाग की मानें तो इसे बंगाल सफारी में भेजे जाने की योजना है। वहां इसे बेहतर खान-पान से लेकर इलाज तक मिल पाएगा। साथ ही बंगाल सफारी पार्क में आने वाले को नये मेहमान के दीदार करने का अवसर मिलेगा। खास तौर पर बच्चे छोटे से हाथी को देखने के लिए काफी उत्साहित होते हैं। यह बच्चों के फेवरेट होते हैं।
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