Sikkim News: सिंचाई विभाग के टेंडर को लेकर दो ठेकेदारोंं बीच झड़प, बंद कमरे में टेंडर बुलाने का आरोप
सिक्किम सरकार के सिंचाई विभाग द्वारा बुलाए गए टेंडर पर विवाद उत्पन्न होने के बाद टेंडर कर्ताओं के दो गुट बीच जमकर हाथापाई हुई है। जोरथांग बाजार परिसर स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय परिसर में हुई घटना को पुलिस हस्तक्षेप के बाद का नियंत्रण में लिया गया।
गंगटोक, संवाद सूत्र। सिक्किम सरकार के सिंचाई विभाग द्वारा बुलाए गए टेंडर पर विवाद उत्पन्न होने के बाद टेंडर कर्ताओं के दो गुट बीच जमकर हाथापाई हुई है। घटना में दक्षिण सिक्किम के मल्ली विधानसभा समष्टि अंतर्गत लोअर सदाम निवासी एक व्यक्ति गंभीर घायल हुआ है। इसके साथ ही दो व्यक्ति सामान्य घायल हुए हैं। जोरथांग बाजार परिसर स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय परिसर में हुई घटना को पुलिस हस्तक्षेप के बाद का नियंत्रण में लिया गया।
बंद कमरे में टेंडर का विरोध करने पर हाथापाई
आपको बता दें कि राज्य सिंचाई विभाग ने दक्षिण सिक्किम के मल्ली विधानसभा समष्टि अंतर्गत लोअर सदाम के सार्की झोड़ा से मंत्री गांव तक जाने वाली झोड़ा का ओपन टेंडर आमंत्रित किया था। आरोप है कि टेंडर में सहभागी बनने के लिए पहुंचे महिलाओं को सहभागी बनने नहीं दिया गया। पीड़ितों का कहना है कि सभी टेंडर के लिए सुबह 10 बजे पहुंचे थे, लेकिन कुछ लोगों ने उन्हें विभागीय अधिकारी बताकर बाहर ही रोक लिया। राजधानी गंगटोक में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए मल्ली निवासी रक्षा प्रधान ने कहा कि नियम मुताबिक ग्रामीण स्तर के विकास कार्य के लिए ग्राम पंचायत एकाई में टेंडर होना चाहिए था। लेकिन विभाग ने अपने कार्यालय में बुलाकर टेंडर करवाया। उनका आरोप है कि टेंडर बंद कोठे में किया गया। कार्यालय का केवल मूल द्वार खुला था लेकिन जहां टेंडर हो रहा था वहां दरवाजा बंद किया गया था। इसका विरोध करने पर वहां उपस्थित कुछ लोगों ने उनपर हाथापाई किया है। हाथापाई में तीन लोग घायल भी हुए है। उन पर हाथापाई करने वालों के नाम सुनिल गुरुंग, अनिल गुरुंग और धीरेन गुरुंग बताया है। उनका आरोप है कि आक्रमणकारियों ने उन्हें मुख्यमंत्री का नाम लेकर धमकाया था।
डिस्चार्ज पेपर बगैैर हॉस्पिटल से छुट्टी
इसके साथ ही एक घायल व्यक्ति को उपचार के लिए नामची स्थित सरकारी जिला अस्पताल में पहुंचाया गया। अस्पताल में एक रात रखने के बाद उसे आधिकारिक डिस्चार्ज किए बगैर अस्पताल से हटा दिया गया। जब डिस्चार्ज पेपर मांगा गया तो डॉक्टर द्वारा उन्हें धमकाने का आरोप है। घायल व्यक्ति को मणिपाल अस्पताल में उपचार के लिए लाये जाने की जानकारी है। घटना पर सिंचाई विभाग लगायत पुलिस विभाग से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।