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    Sikkim: सावन से ठीक पहले 12313 फीट की ऊंचाई पर नाथुला दर्रा के पास बना भव्‍य शिव मंदिर, पहुंचने के लिए चाहिए परमिट

    By Sumita JaiswalEdited By:
    Updated: Sun, 24 Jul 2022 04:28 PM (IST)

    सावन महीने में सिक्किम से शिव भक्तों के लिए खुशखबरी है। अब देश भर के शिवभक्त सिक्किम के प्रमुख टूरिस्‍ट डेस्टिनेशन छांगु पोखरी परिसर में भगवान भोलेनाथ का दर्शन कर सकते हैं। यहां भव्‍य शिव मंदिर का निर्माण किया गया है। जानें यहां कैसे पहुंचे।

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    पहाड़ों के बीच छांगु पोखरी में बना भव्‍य शिव मंदिर। जागरण फोटो।

    गंगटोक, जागरण संवाददाता। सावन महीने में सिक्किम से शिव भक्तों के लिए खुशखबरी है। अब देश भर के शिवभक्त सिक्किम के प्रमुख टूरिस्‍ट डेस्टिनेशन छांगु पोखरी परिसर में भगवान भोलेनाथ का दर्शन कर सकते हैं। आपको बता दें कि सिक्किम के चर्चित टूरिस्‍ट स्‍पॉट में से एक छांगू पोखरी परिसर में बाबा भोलेनाथ के मंदिर का निर्माण किया गया है। करीब 12 हजार 313 फीट की उंचाई पर स्थित यह मंदिर सिक्किमी नागरिक तथा पर्यटकों के लिए आस्था केंद्र बना है। यह मंदिर भारत चीन सीमावर्ती क्षेत्र नाथुला दर्रा से करीब 16 किलोमीटर पूर्व ठीक इस साल सावन माह की शुरुआत से पहले बनाया गया है। नवनिर्मित मंदिर का उद्घाटन नाथांग माछोंग के भाजपा विधायक डीटी लेप्चा ने किया। बताया गया है कि यहां पहले से ही एक छोटा सा शिव मंदिर था, वर्तमान में भव्य मंदिर के साथ ही प्रतिमा भी स्थापित किया गया है।

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    राजस्‍थान से लाई गई प्रतिमा

    विधायक लेप्चा ने बताया कि मंदिर निर्माण कार्य स्थानीय लोगों के सहयोग में संपन्न हुआ है। यह प्रमुख पर्यटन स्थल है। स्थानीय श्रद्धालु के साथ पर्यटकों के लिए भी इसे महत्वपूर्ण पूर्वाधार माना जाएगा। उन्होंने जानकारी दी है कि इस मंदिर में राजस्थान के जयपुर से सुंदर शिव की प्रतिमा लाया गया है। मंदिर निर्माण में सहयोग पहुंचाने वालों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए विधायक लेप्चा ने लोगों से समाज निर्माण में आगे आने की अपील की।

    याक राइडिंग भी है यहां

    स्थानीय ग्राम पंचायत सदस्य रिंजिंग डोमा ने कहा है कि नाथांग ग्राम पंचायत अंतर्गत छांगु में निर्मित इस मंदिर के कारण यहां के लोगों में खुशी का लहर है। मंदिर के कारण यहां पर्यटकों के आगमन में बढ़ोत्तरी होगी। मंदिर के साथ ही भविष्य में यहां वाहन की पार्किंग और याक रखने की जगह निर्माण भी आवश्यक दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि यहां याक राइडिंग पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण है।  स्थानीय पोखरी संरक्षण समिति के तत्परता में मोबाइल शौचालय आज स्थापित किया गया। इसके तहत महिला और पुरुष वर्ग के लिए कुल 10 मोबाइल शौचालय स्थापित होने से पोखरी परिसर भी साफ रहेगा पंचायत सदस्य ने कहा है।

     गंगटोक से दूरी 36 किमी , ऐसे पहुंचे छांगुपोखरी

    उल्लेख किया जाता है कि छांगू पोखरी राजधानी गंगटोक से करीब 36 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को पहले सिक्किम की राजधानी गंगटोक पहुंचना होगा। सिक्किम में बाहर से आए यात्री सिलीगुड़ी से एसएनटी, एनबीएसटीसी बस और छोटे वाहनों के माध्यम से गंगटोक पहुंच सकते है। छांगु पोखरी जाने के लिए अगर वाहन रिजर्व कर लिया तो सुविधा होगा। यहां जाने के लिए यात्रियों को परमिट लेना अनिवार्य होता है। परमिट राज्य सरकार के पर्यटन विभाग के साथ पंजीकृत ट्रैवल एजेंट से मिलता है, जो यहां के वाहन चालक भी तैयार कर सकते है। यात्रियों को पासपोर्ट साईज फोटो और भारतीय नागरिकता को प्रमाणपत्र की फोटोकॉपी देना होता है। यहां पर्यटकों को शिव मंदिर दर्शन के अलावा बाबा हरभजन सिंह का मंदिर, नाथुला दर्रा, छांगु पोखरी के अलावा खूबसूरत पहाड़ और नैसर्गिक नजारा देखने को मिलता है।

    दो लीटर या कम का पानी का बोतल ना लाएं

    याद रखें कि सिक्किम आते समय अपने पास दो लीटर और इससे कम वाला पीने के पानी का बोतल साथ में न लाएं। क्योंकि सिक्किम में आधा लीटर, एक लीटर और दो लीटर तक की पैकेज ड्रिंकिंग वाटर पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही प्लास्टिक के पैकेट को इधर-उधर नहीं फेंक सकते है। मानसून का समय होने के कारण यात्रियों को बारिश से बचने के लिए छतरी, रेन कोट आदि साथ में लेकर आना आवश्यक है।