जब ट्रैक तैयार तो फिर किस बात का इंतजार
-एनजेपी से अब तक शुरू नहीं हो पाई है ट्वॉय ट्रेन की सेवा -पर्यटकों में निराशा के साथ टू
-एनजेपी से अब तक शुरू नहीं हो पाई है ट्वॉय ट्रेन की सेवा
-पर्यटकों में निराशा के साथ टूर ऑपरेटरों में भी रोष
-विश्व धरोहर के दर्जे पर भी पड़ सकता है प्रभाव
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मार्च से ही ठप है एनजेपी से ट्वॉय ट्रेन की सेवा
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दिसंबर से दार्जिलिंग-धूम ज्वॉय राइड शुरू
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मई से ही अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए मार्च महीने से ही ठप दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (डीएचआर) के तहत चलने वाली ट्वॉय ट्रेन की सेवा न्यू जलपाईगुड़ी यानि एनजेपी स्टेशन से शुरू नहीं हो पाई है। इससे पर्यटक तो निराश हो ही रहे हैं साथ ही टूर ऑपरेटरों में भारी रोष है। ऐसा भी नहीं है कि एनजेपी से टवॉय चलाने में रेलवे को सिकी प्रकार की परेशानी है। नेरो गेज ट्रैक पूरी तरह से तैयार है। उसके बाद भी पता नहीं रेलवे को किस बात का इंतजार है। हालांकि राहत की बात यह है कि दार्जिलिंग-घूम-दार्जिलिंग ट्वॉय ट्रेन सेवा पिछले वर्ष 25 दिसंबर से शुरू हो चुकी है। जबकि एनजेपी-दार्जिलिंग-एनजेपी ट्वॉय ट्रेन सेवा शुरू नहीं होने से पर्यटक ट्वॉय ट्रेन का लुत्फ उठाने से वंचित हो रहे हैं। कोरोना काल के बाद ऐसे भी पर्यटकों के आगमन में कमी आई है। जो पर्यटक भी रहे हैं वह ट्वॉय ट्रेन की सवारी नहीं कर पा रहे हैं। शहर के प्रमुख टूर ऑपरेटरों का कहना है कि यदि एनजेपी से ट्वॉय ट्रेन की सेवा शुरू हो जाए तो पर्यटक यहां आने के लिए आकर्षित होंगे।
दूसरी ओर डीएचआर के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ट्वॉय ट्रेन सेवा शुरू करने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। एनजेपी से लेकर दार्जिलिंग तक डीएचआर ट्रैक पूरी तरह से ठीक है। रेलवे बोर्ड से अनुमति का इंतजार है। अनुमति मिलने के बाद यह सेवा शुरू कर दी जाएगी।
इधर,एनजेपी से दार्जिलिंग तक ट्वॉय ट्रेन सेवा शुरू करने की मांग पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों द्वारा भी काफी दिनों से की जा रही है। उसके बाद ही यह सेवा शुरू नहीं होने से इनमें निराशा तो है ही साथ ही रोष भी है। ऐसे एनजेपी से ट्वॉय ट्रेन चलाना विश्व धरोहर का दर्जा बरकरार रखने के लिए भी आवश्यक है। यूनेस्को ने एनजेपी से दार्जिलिंग तक चलने वाली ट्वॉय ट्रेन को विश्व धरोहर का दर्जा दिया है। घूम और दार्जिलिंग के बीच ट्रेन चलाने के लिए नहीं। यदि यही स्थिति बनी रही तो ट्वॉय ट्रेन के विश्व धरोहर के दर्जे पर भी खतरा पैदा हो सकता है।
डीएचआर द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ट्वॉय ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए दार्जिलिंग जिला प्रशासन द्वारा पहले हीअनुमति प्रदान कर दी गई है।
हिमालयन हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म डेवलपमेंट नेटवर्क के सचिव सम्राट सन्याल का कहना है कि दक्षिण बंगाल समेत देश के विभिन्न भागों से पर्यटक इस क्षेत्र में आने लगे हैं। दाíजलिंग तथा सिक्किम घूमने आने वाले पर्यटक एक बार ट्वॉय ट्रेन का मजा अवश्य उठाना चाहते हैं। पिछले 25 दिसंबर क्रिसमस के मौके पर दार्जिलिंग से घूम तक ट्वॉय ट्रेन की सेवा तो शुरू हो गई है। अब एनजेपी से दार्जिलिंग तक की भी सेवा भी शुरू कर दी जानी चाहिए।
कब से ठप है ट्वॉय ट्रेन सेवा उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी का दौर शुरू होने के बाद केंद्र सरकार द्वारा लागू देश व्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर अन्य ट्रेनों के साथ ट्वॉय ट्रेन सेवा भी 25 मार्च से ठप कर दी गई थी। हालांकि लॉकडाउन खत्म होने तथा 21 मई से अनलॉक शुरू होने के बाद के लगभग तीन सौ स्पेशल पैसेंजर ट्रेन सेवा तो शुरू की दी गई, लेकिन पर्यटन बंद होने से ट्वॉय ट्रेन सेवा शुरू नहीं हुई थी। अब तक पांच करोड़ से अधिक का नुकसान
डीएचआर सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ट्वॉय ट्रेन सेवा ठप होने से डीएचआर को अब तक पांच करोड़ रुपये ज्यादा के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं इसके रख-रखाव में हर महीने लगभग डेढ़ करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। आने वाले दिनों में यह खर्च और भी अधिक बढ़ने की संभावना है। टूर ऑपरेटरों का कहना है रेलवे को एनजेपी से ट्वॉय ट्रेन चलाने की पहल करनी चाहिए। ------------
कोरोना वायरस महामारी के दौर में ट्वॉय ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति जरूरी थी। जिला प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद 25 दिसंबर से ट्वॉय ट्रेन की सेवा दार्जिलिंग और घूम के बीच शुरू की गई है। अभी दार्जिलिंग-घूम-दार्जिलिंग की ज्वॉय राइड सेवा ही चल रही है।
- एके मिश्रा,निदेशक,डीएचआर
एनजेपी से दार्जिलिंग तक ट्वॉय ट्रेन की सेवा शुरू की जा सकती है। इसके लिए रेलवे ट्रैक पूरी तरह से तैयार है। रेलवे बोर्ड से अनुमति मिलने के बाद ट्वॉय ट्रेन सेवा शुरू कर दी जाएगी।
-रविंद्र नाथ वर्मा,डीआरएम,कटिहार डिवीजन,एनएफ रेजवे