हर वक्त गुलजार रहने वाला एनजेपी स्टेशन वीरान
-कोरोना काल में ट्रेनों की संख्या काफी कम -रेल यात्रियों की संख्या में भी भारी कमी -कुलि

-कोरोना काल में ट्रेनों की संख्या काफी कम
-रेल यात्रियों की संख्या में भी भारी कमी
-कुलियों तथा अन्य वेंडरों पर रोजी-रोटी का संकट जागरण विशेष 50
जोड़ी से अधिक ट्रेनें चलती थी पहले
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दर्जन ट्रेनों की ही अभी हो रही आवाजाही
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प्लेटफार्म हैं न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: कोरोना वायरस के इस महामारी के दौर में हर तरफ प्रतिकूल असर ही देखने को मिल रहा है। इसका ज्वलंत उदाहरण न्यू जलपाईगुड़ी या कहें एनजेपी रेलवे स्टेशन है। पूर्वोत्तर का प्रवेश द्वार माने जाने वाला सिलीगुड़ी के निकट न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन देश के प्रथम श्रेणी के स्टेशनों में शुमार है। कोरोना काल में जिस तरह से ट्रेनों का आवागमन कम हुआ है, इससे इस स्टेशन पर चहल पहल भी काफी कम हो गई है। इस स्टेशन के माध्यम से अपना जीविकोपार्जन चलाने वाले समेत काफी संख्या में लोगों पर बुरा असर देखने को मिल रहा है। एक तरह से कहा जाए तो कभी ट्रेनों व यात्रियों से गुलजार रहने वाला न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन अब वीरान सा लग रहा है।
एनजेपी रेलवे स्टेशन सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस स्टेशन के माध्यम से प्रत्येक दिन हजारों लोगों का जीविकोपार्जन जुड़ा हुआ था। ट्रेनों के आवागमन से जहा कुली सामान ढोकर अपनी आय का साधन सृजित करते थे, वहीं हजारों की संख्या में टैक्सी, ऑटो रिक्शा, रिक्शा चालाक अपने रोजगार में लगे हुए थे। रेलवे स्टेशन के सभी पाचों प्लेटफार्म पर प्रत्येक दिन ऐसे सैकड़ों लोग थे जो छोटे-छोटे सामान बेचकर अपना रोजगार करते थे। बताया गया कि ट्रेनों के आवागमन कम होने से तथा यात्रियों की संख्या में आई गिरावट से इन सभी व्यवसायों से जुड़े लोगों का व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ है। एनजेपी स्टेशन पर एक कुली ने अपना नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि जब से कोरोना काल शुरू हुआ है तथा नियमित ट्रेनों की जगह स्पेशल ट्रेनें चलाई जाने लगी है,उस समय से प्लेटफार्म पर कुलियों के जाने पर रोक लगा दी गई है। जब कोई ट्रेन आती है, तथा किसी यात्री का सामान प्लेटफॉर्म से बाहर पहुंचाना होता है तब यात्री बाहर आकर कुली लोगों को ले जाते हैं। इसके बाद ही हमलोग सामान एक स्थान से दूसरे स्थान पहुंचा पाते हैं। इससे स्टेशन पर कुलियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस महामारी की वजह से उनके सामने आíथक संकट की स्थिति उत्पन्न होने लगी है। लॉकडाउन के बाद से ही बिगड़ी स्थिति
एनजेपी रेलवे सूत्रों द्वारा बताया गया कि कोरोना काल से पहले न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से गुवाहाटी के तरफ तथा प्रत्येक दिन 50 जोड़ी से ज्यादा ट्रेनों का आवागमन होता था। पिछले साल कोरोना शुरू होने के साथ ही स्थिति बदल गई। पिछले वर्ष कोरोना वायरस महामारी का दौर शुरू होने के बाद लागू लॉकडाउन के बाद दर्जन भर ट्रेनों की आवाजाही ही यहां रह गई है। जब ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह से सामान्य था तो दिन हो या रात एनजेपी स्टेशन यात्रियों से खचाखच भरा रहता था। वर्तमान समय में जब कुछ ही ट्रेनों का परिचालन हो रहा है इस दौरान सीमित संख्या में ही यात्री स्टेशन व प्लेटफार्म पर दिख रहे हैं।
हर ओर आरपीएफ के जवान सतर्क
दूसरी ओर एनजेपी स्टेशन व प्लेटफार्म पर बिना मास्क लगाए कोई प्रवेश ना कर सके, इसके लिए आरपीएफ के जवान पूरी तरह से चौकस हैं। आरपीएफ सूत्रों द्वारा बताया गया कि एनजेपी स्टेशन पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। कोरोना से निपटना अभी पहली प्राथमिकता है। हांलाकि अभी यात्रियों की संख्या यहां कम ही है। प्लेटफार्म पर लगी कुर्सियां खाली पड़ी हुई हैं। टिकट विंडो पर भी आरपीएफ जवान नजर रख रहे हैं। शारीरिक दूरी पालन करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। आरफएफ के जवानों की तैनाती स्टेशन परिसर में कई स्थानों पर की गई है।

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