विमल गुरुंग समेत कई नेताओं पर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज
पश्चिम बंगाल के जंगलमहल में माओवादी जिस तरह के विस्फोट करते हैं उसी तरह दार्जिलिंग व कालिंपोंग में विस्फोट हुए हैं।
सिलीगुड़ी, [जेएनएन] । दार्जिलिंग में चौरास्ता पर रविवार को सुबह सीपीआरएम (क्रांतिकारी मार्क्सवादी कम्युनस्टि पार्टी) व गोजमुमो (गोरखा जनमुक्ति मोर्चा) की जनसभा हो रही थी। तभी बड़ी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंच गोजमुमो के केंद्रीय कमेटी के सदस्य त्रिलोक चंद्र रोका को गिरफ्तार करने का प्रयास किया। इसका मोर्चा समर्थकों ने विरोध किया।
वे पुलिस से हाथापाई पर उतारू हो गए। स्थिति बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्च कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। पुलिस ने सभास्थल से कई लोगों को हिरासत में लिया जिन्हें सदर थाने लाकर पूछताछ करने के बाद शाम को छोड़ दिया गया। लाठीचार्ज की घटना से क्षेत्र में तनाव व्याप्त है।
उधर कालिंपोंग के सदर थाना क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है। शुक्रवार की रात थाने पर ग्रेनेड से हुए हमले में गंभीर रूप से घायल होमगार्ड के जवान डंगडुक शेर्पा को इलाज के लिए सिलीगुड़ी लाया गया है। कालिंपोंग थाने में ग्रेनेड से हुए हमला प्रकरण में गोजमुमो सुप्रीमो विमल गुरुंग समेत कई शीर्ष नेताओं के विरुद्ध मामला दर्ज हुआ है।
इस संबंध में आइजी (कानून व्यवस्था) अनुज शर्मा ने बताया कि जिनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है उनपर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज हुआ है। दूसरी ओर दार्जिलिंग में ओल्ड सुपर मार्केट में शुक्रवार देर रात हुए विस्फोट की जांच सीआइडी कर रही है। विस्फोट में जिलेटिन का प्रयोग होने की आशंका है। वहीं कालिंपोंग में हुए विस्फोट की जांच के लिए सीएफएल टीम कालिंपोंग जाकर नमूना संग्रह करेगी।
पश्चिम बंगाल के जंगलमहल में माओवादी जिस तरह के विस्फोट करते हैं उसी तरह दार्जिलिंग व कालिंपोंग में विस्फोट हुए हैं। डीआइजी मनोज वर्मा ने विस्फोट में विदेशी शक्तियों का हाथ होने की आशंका जताई है।
कालिंपोंग में रविवार शाम को गोरखालैंड मूवमेंट कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक हुई। इसमें आंदोलन जारी रखने पर सहमति जताई गई। साथ ही नेताओं पर लगाए राष्ट्रद्रोह के मामले वापस लेने की मांग की गई।
यह भी पढ़ेंः दार्जिलिंग में गोजमुमो समर्थकों पर लाठीचार्ज, तनाव