सिलीगुड़ी में भारी बारिश के कारण बागडोगरा एयरपोर्ट पर विमान सेवा बाधित, कई फ्लाइट कैंसिल
भारी बारिश की वजह से बागडोगरा एयरपोर्ट पर विमान सेवा पर भारी असर पड़ा है। बागडोगरा एयरपोर्ट पर दिन के 300 बजे तक सिर्फ दो फ्लाइट की लैंडिंग हो पाई जबकि दर्जनों फ्लाइट को डायवर्ट कर दिया गया है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददात। सोमवार रात से सिलीगुड़ी सहित पूरे उत्तर बंगाल में मौसम का मिजाज बड़ी तेजी से बदला है। रात से ही हो रही भारी बारिश की वजह से यहां जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है वहीं विमान सेवा पर भी भारी असर पड़ा है। बागडोगरा एयरपोर्ट पर दिन के 3:00 बजे तक सिर्फ दो फ्लाइट की लैंडिंग हो पाई हुई है। जबकि इस समय तक दर्जन भर से अधिक फ्लाइट की लैंडिंग हो जानी थी।
बागडोगरा एयरपोर्ट के डायरेक्टर सुब्रमणि पी से मिली जानकारी के अनुसार भारी बारिश के कारण बागडोगरा एयरपोर्ट पर दृश्यता की काफी कमी है। इसी कारण से ज्यादातर फ्लाइट की लैंडिंग नहीं हो सकी है। सुबह 11:00 बजे के लगभग बारिश में थोड़ी कमी आई थी, जिसकी वजह से दो फ्लाइट लैंड कर सकी थी, जो सुरक्षित तरीके से एयरपोर्ट से टेकऑफ भी कर गई। बाकी दर्जन भर से ज्यादा फ्लाइट एयरपोर्ट पर दृश्यता कम होने की वजह से लैंड नहीं कर सकी है। एयरपोर्ट के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार अभी जो मौसम की स्थिति है इसे देखते हुए और फ्लाइट लैंड करने की संभावनाएं काफी कम है।
मिली जानकारी के अनुसार आमतौर पर बागडोगरा एयरपोर्ट पर 60 से 62 विमानों की आवाजाही होती है। मंगलवार को 50 फ्लाइट मूवमेंट है, जिसमें 25 यहां लैंड करने वाली है, तथा वही फ्लाइट यहां से टेक ऑफ करने वाली है। मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को बागडोगरा एयरपोर्ट पर 30 विमानों की लैंडिंग हुई थी और 30 ने ही यहां से टेकऑफ किया था। इस तरह से कुल 60 विमानों की आवाजाही हुई। मंगलवार को भारी बारिश के कारण विमानों की आवाजाही सिर्फ दो फ्लाइट को छोड़कर पूरी तरह से ठप है। विमान सेवा रद्द होने की वजह से बागडोगरा एयरपोर्ट से यात्रियों को मजबूरन वापस होना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी समेत पूरे उत्तर बंगाल में पिछले कई दिनों से भारी बारिश हो रही है मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को भारी बारिश की संभावनाओं को देखते हुए रेड अलर्ट भी जारी किया गया था। मौसम विभाग द्वारा लगाए गए अनुमान सही साबित हो रहा है। भारी बारिश की वजह से शहर के आसपास के नदियों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है।