Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सिलीगुड़ी जिला अस्पताल मेंं नवजात की मौत के आरोपति डॉक्‍टर का तबादला

    By Jagran NewsEdited By: Sumita Jaiswal
    Updated: Wed, 30 Nov 2022 03:39 PM (IST)

    सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में पिछले सप्ताह गुरुवार को भर्ती हुई प्रसूता के इलाज में कथित तौर पर हुई देरी तथा बाद में नवजात की मौत मामले में आरोपित डॉक्‍टर को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल से तबादला कर दिया गया है।

    Hero Image
    सिलीगुड़ी जिला अस्पताल से डॉ का तबादला। सांकेतिक तस्‍वीर।

    सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में पिछले सप्ताह गुरुवार को भर्ती हुई प्रसूता के इलाज में कथित तौर पर हुई देरी तथा बाद में नवजात की मौत मामले में आरोपित डॉक्‍टर को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल से तबादला कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार डॉक्‍टर का तबादला सिलीगुड़ी महकमा के खोरीबारी ग्रामीण अस्पताल में किया गया है। बताया गया कि  वह काफी दिनों से सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के प्रसूति विभाग में कार्यरत थी। जानकारी के अनुसार, तबादला किए जाने पर उक्त डॉक्‍टर ने नाराजगी जताई है। ऐसा माना जा रहा है वे खोरीबारी ग्रामीण अस्पताल में ज्वाइन करने से इंकार कर सकती हैं। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उल्लेखनीय है कि बीते सोमवार सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में कथितौर पर चिकित्सकीय लापरवाही से एक नवजात शिशु के मौत मामला सामने आया था। इस मामले में मृतक नवजात के स्वजनों ने इस मामले के लिए जिम्मेदार चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के अधीक्षक डा चंदन घोष को ज्ञापन सौंपा था। 

    देर से लिया गया सर्जरी का निर्णय

    मिली जानकारी के अनुसार चंपासारी के समरनगर निवासी कल्पना मंडल को प्रसव पीड़ा होने के दौरान स्वजनों ने 24 नवंबर गुरुवार को सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। उनके पति झंटू मंडल के मुताबिक कल्पना स्त्री रोग विशेषज्ञ डा पी सरदार के अंडर में भर्ती कराया था। मंडल ने आरोप लगाया था कि  'मेरी पत्नी के सिजेरियन डिलीवरी की गुहार लगाने के बावजूद डाक्टर नार्मल डिलीवरी की जिद कर रहे थे। जबकि वह दर्द सह नहीं पा रही थी। हमने डॉक्टर से भी अनुरोध किया था लेकिन वह सामान्य प्रसव के अपने निर्णय पर अडिग रहे। अगली सुबह जब मेरी पत्नी दर्द से कराह रही थी तो हमने अस्पताल के कर्मचारियों से फिर अनुरोध किया। उस वक्‍त डाक्टर मौजूद नहीं थी। इस दौरान  डाक्टर को कई बार काल करने के बावजूद कोई जवाब नहीं आया। 

    हालांकि अस्पताल के एक अन्य ऑन ड्यूटी डाक्टर ने स्थिति को देखते हुए सर्जरी करने पर सहमति जताई।

    सर्जरी के दौरान डाक्टर ने हमें बच्चे की गंभीर स्थिति के बारे में बताया और उसके बचने की संभावना कम थी। प्रसव के बाद बच्चे को सिक न्यूबर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में रखा गया था।  उक्त नवजात की मौत सोमवार की तड़के सुबह हो गई थी। पीडि़त परिवार ने सोमवार को अस्पताल अधीक्षक और पुलिस से आवश्यक कदम उठाने के लिए एक शिकायत भी दर्ज कराई थी।