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    कलवार समाज का गौरवपूर्ण इतिहास : तारकिशोर प्रसाद

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 02 Apr 2022 07:15 PM (IST)

    -दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कलवार कलार व कलाल महाकुंभ शुरूशामिल होने के लिए देश-विदेश से

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    कलवार समाज का गौरवपूर्ण इतिहास : तारकिशोर प्रसाद

    -दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कलवार, कलार व कलाल महाकुंभ शुरू,शामिल होने के लिए देश-विदेश से आए प्रतिनिधि जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : जेबी सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कलवार, कलार व कलाल महाकुंभ का आयोजन शनिवार से बर्दवान रोड स्थित कलवार पैलेस में आयोजित किया गया। इस महाकुंभ में देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, मारीशस, ब्रिटेन, अमेरिका, दुबई तथा आस्ट्रेलिया से कलवार, कलाल व कलार समाज के लोग शामिल हुए।

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    उक्त सम्मेलन का उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित बीएसएफ उत्तर बंगाल फ्रंटियर के आइजी अजय कुमार, डीआइजी मुरारी प्रसाद सिंह, सीआरपीएफ सिलीगुड़ी रेंज आफिस के डीआइजी प्रभंजन कुमार, देश के प्रमुख उद्योगपति बसंत लाल साव, हरिद्वार से पधारे महामंडलेश्वर स्वामी संतोषानंद महाराज, स्वामी हरिहरण दास समेत अन्य अतिथियों ने किया। इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि कलवार समाज का गौरवपूर्व इतिहास रहा है। यह समाज हजारों वर्ष पहले भगवान बलभद्र के कुल-खानदान के हैं। कलवार समाज का राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान है, इसे भुलाया नहीं जा सकता है। इस समाज के लोग दुनिया में जहां भी कहीं है, समाज के विकास के लिए ना सिर्फ चिंतित रहते हैं, बल्कि उनके विकास के लिए प्रयत्नशील भी रहते हैं। उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों तथा दूसरे देशों से आए कलवार समाज का आह्वान करते हुए कहा कि अगर अपनी प्रगति सैकड़ों वर्षो के लिए करना है, तो सबसे पहले समाज के लिए काम करना होगा।

    इस कार्यक्रम के बारे में जेबी सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष बिपिन बिहारी गुप्ता कहा कि इस महाकुंभ के आयोजन का मुख्य उद्देश्य अपने समाज को एकजुट करना है। अगर अपना समाज एकजुट रहेगा तभी राजनीतिक दलों में अपना वर्चस्व बढ़ेगा। नेता व मंत्री समाज की समस्याओं को समझेंगे तथा इसके समाधान की दिशा में पहल करेंगे। उन्होंने कहा कि देश दुनियां में अपने समाज के काफी संख्या में लोग अलग-अलग उपनामों से रहते हैं, जिनके बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं रहती है। कार्यक्रम के पहले दिन शाम के समय कलवार पैलेस में ही रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस महाकुंभ का समापन रविवार को किया जाएगा।