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    ममता सरकार के खिलाफ एबीवीपी का हल्ला बोल

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 19 May 2022 10:00 PM (IST)

    -शहर में निकाली महारैलीजमकर नारेबाजी -एसडीओ कार्यालय के सामने धरने पर बैठे समर्थक जागरण्

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    ममता सरकार के खिलाफ एबीवीपी का हल्ला बोल

    -शहर में निकाली महारैली,जमकर नारेबाजी

    -एसडीओ कार्यालय के सामने धरने पर बैठे समर्थक

    जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवीबीपी ने राज्य की तृणमूल सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। संगठन ने राज्य में शिक्षा व्यवस्था में कथित तौर पर भ्रष्टाचार व कटमनी का खेल, कालेजों में छात्र चुनाव नहीं होने तथा महिलाओं के खिलाफ हिसा व दुराचार के बढ़ते मामले को लेकर हल्ला बोला है। इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार को सिलीगुड़ी में महारैली निकाली। यह महारैली शहर के कंचनजंघा स्टेडियम से शुरू होकर वेनस मोड़, सेवक मोड़ व एयरव्यू मोड़ हुए सिलीगुड़ी महकमा शासक कार्यालय के पास पहुंची। रैली में शामिल लोग ममता सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। महकमा शासक कार्यालय के सामने एबीवीपी के सदस्यों द्वारा धरना-प्रदर्शन भी किया गया।

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    इस मौके पर उपस्थि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, उत्तर बंगाल प्रांत के सचिव शुभब्रत अधिकारी ने कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से चौपट करके रखने का प्रयास किया जा रहा है। शिक्षा में भ्रष्टाचार, कटमनी का खेल पूरी तरह से चरम पर है। पंचायत चुनाव आते ही राज्य में सत्ताधारी दल के लोग शिक्षा विभाग में नौकरी के नाम पर बेरोजगार युवक-युवतियों से पैसा वसूली में लगे हुए हैं। एबीवीपी नेताओं ने कहा कि शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार किस कदर हावी है, इसका ज्वलंत उदाहरण राज्य में शिक्षक तथा शिक्षाकर्मियों की नियुक्ति में हुई धांधली है। भ्रष्टाचार के खेल में राज्य के दो-दो मंत्रियों के नाम सामने आ रहे हैं। इन मंत्रियों को अविलंब बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह पिछले वर्ष राज्य विधानसभा चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद तृणमूल काग्रेस द्वारा पूरे राज्य में हिंसा व अराजकता का माहौल कायम पैदा किया,वह अब भी जारी है। इससे पूरे राज्य की जनता त्रस्त है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। दक्षिण बंगाल के नदिया जिले के हासखाली गाव में एक युवती के साथ दुराचार व उसकी हत्या कर दी गई। इस प्रकार की घटनाएं राज्य में और भी कई स्थानों पर हुई है। जिस राज्य की मुख्यमंत्री महिला हों उसी राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। इससे बड़ी विडंबना उस राज्य के लिए कुछ नहीं हो सकती है। इन सब घटनाओं के खिलाफ एबीवीपी ने बांग्ला बचाओ अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत हर प्रखंड स्तर पर 10 मई मंगलवार से ही हस्ताक्षर अभियान चलाए जा रहे हैं। बीते मंगलवार को उत्तर बंगाल के सभी जिलों में एक साथ डीएम कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया। एबीवीपी नेताओं ने आरोप लगाया कि तृणमूल काग्रेस छात्र परिषद कालेजों में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए पांच वर्षो से छात्र संघ चुनाव नहीं होने दे रहा है। एबीवीपी सदस्यों ने बताया कि उत्तर बंगाल के 64 कालेजों में एबीवीपी की यूनिट स्थापित हो चुकी है।