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एक साथ लापता हुईं जेठानी-देवरानी, बालुरघाट थाना पहुंचे परेशान दोनों भाई, आखिर माजरा क्‍या है

दोनों के लापता होने से उनके पति बेहद परेशान हैं। परेशानी यह भी है कि उन गृहिणियों द्वारा मोबाइल फोन घर पर छोड़ दिया गया है। लेकिन अपने सभी गहने शैक्षिक प्रमाण पत्र पहचान पत्र और अन्य सूचना दस्तावेज अपने साथ ले गईं हैं। यही सवाल है।

By Edited By: Published: Sun, 11 Sep 2022 07:18 PM (IST)Updated: Mon, 12 Sep 2022 06:07 PM (IST)
देवरानी-जेठानी के लापता होने से पति परेशान। सांकेतिक तस्‍वीर।

बालुरघाट, संवाद सूत्र। दो दिन पहले एक ही परिवार की दो महिलाएं अर्थात जेठानी-देवरानी रिश्तेदार के यहां जाने को कहकर घर से निकली, लेकिन अभी तक उसका कोई पता नहीं है। बालुरघाट थाने के चक अंडारू गांव के दो महिलाओं के अचानक लापता होने की घटना ने सनसनी फैला दी है। उनके परिवार के सदस्य यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि इन दोनों महिलाओं का गायब जानबूझकर हुआ या यह एक दुर्घटना है। अब दोनों महिलाओं के पति अपनी पत्नियों को वापस लेने के लिए रविवार को बालुरघाट थाने पहुंचे। इस दिन उनके पतियों ने बालुरघाट थाने में अपनी पत्नियों की तस्वीरों के साथ गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इधर शिकायत मिलने के बाद बालुरघाट थाने की पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

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आखिर माजरा क्‍या है

बता दें कि पिछले साल दिसंबर में हावड़ा के बाली में एक ही परिवार की दो गृहिणियां पहली बार लापता हुई थीं। बाद में उनके मुंबई में दो राजमिस्त्री के साथ भाग जाने की घटना सामने आई। जिसे लेकर पूरे राज्य में हल्ला मच गया। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या बालुरघाट की यह घटना किस दिशा में मुड़ जाएगी। हालांकि, उन गृहिणियों के परिवार के साथ खड़े होकर हर कोई चाहता है कि वो गृहिणियां जल्द मिल जाए, और छिपे रहस्य को उजागर करें।

गौरतलब है कि बालुरघाट ब्लॉक के चिंगिसपुर ग्राम पंचायत के चक आंडारू गांव निवासी व किसान पुलक बर्मन और बुद्धूराम बर्मन संबंध में चचेरे भाई हैं। वही तमा सरकार और रंजना बर्मन दोनों ही देवरानी-जेठानी हैं। आपस में दोनों की काफी दोस्ती है। बीते शुक्रवार सुबह दोनों एक साथ अपने रिश्तेदार के घर जाने के लिए निकली थीं।  उसके बाद से उनके पतियों का कहना है कि उनका कोई पता नहीं है। दोनों के लापता होने से उनके पति बेहद परेशान हैं। परेशानी यह भी है कि उन गृहिणियों द्वारा मोबाइल फोन घर पर छोड़ दिया गया है। लेकिन अपने सभी गहने, शैक्षिक प्रमाण पत्र, पहचान पत्र और अन्य सूचना दस्तावेज अपने साथ ले गईं हैं।  यही सवाल है। क्या किसी रिश्तेदार के घर जाते समय इतने सारे कागजात और गहने ले जाने की ज़रूरत थी? लेकिन क्या यह गायब होना जानबूझकर है?

चिंतित पतियों को कुछ समझ नहीं आ रहा

लापता गृहिणी तमा सरकार के पति पुलक बर्मन ने कहा कि जब मेरी शादी हुई थी, तब मेरी पत्‍‌नी हायर सेकेंडरी की परीक्षा दे रही थी। फिर मैंने उसे उच्च शिक्षा के लिए पढ़ाया। हाल ही में मेरी पत्‍‌नी बालुरघाट ग‌र्ल्स कॉलेज से बांग्ला ऑनर्स में 81 प्रतिशत अंकों के साथ पास हुई है। इस बार उन्हें एमए में दाखिल करने की योजना थी। वे मोबाइल फोन छोड़कर सारे कागजात व जेवर ले गईं। उनके गायब होने का कोई कारण नहीं मिल रहा है। वही एक अन्य लापता गृहिणी रंजना बर्मन के पति बुद्धू राम बर्मन ने कहा कि हमारे बीच कोई झगड़ा नहीं हुआ था। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि वह अचानक कहां गई, क्या हुआ, कहां है। मैं बहुत चिंतित हूं, सभी रिश्तेदारों से भी पूछा गया मगर वो कहीं नहीं मिली। अंत में हम दोनों भाइयों ने अपनी पत्नियों को खोजने के लिए बालूरघाट थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। बालुरघाट थाने के आईसी शातिनाथ पाजा ने बताया कि एक ही परिवार की दो गृहणियों के लापता होने की खबर है। उनकी तलाश शुरू कर दी गई है।


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