घर मालिकों का संपत्ति व सरकारी कार्यालयों का बकाया कर वसूलेगी नपा
- पिछले 15-20 सालों से करीब साढे छह करोड़ रुपये का संपत्ति कर बकाया संवादसूत्र बालुरघा
- पिछले 15-20 सालों से करीब साढे छह करोड़ रुपये का संपत्ति कर बकाया
संवादसूत्र, बालुरघाट : नगरपालिका का 15-20 सालों से गृह संपत्ति कर और सरकारी कार्यालयों का कर भुगतान नहीं हो पा रहा है। इन दोनों को मिलाकर करीब नगरपालिका का करीब साढ़े छह करोड़ रुपये बकाया है। पूजा से पहले खजाने को भरने करने के लिए बालुरघाट नगर पालिका ने विशेष कर संग्रह अभियान शुरू किया है। इसके तहत नगर पालिका मकान मालिकों व सरकारी कार्यालयों को पत्र भेज कर बकाया करों के बारे में जानकारी दे रही है। जिसमें पत्र मिलने के 15 दिन के अंदर संपत्ति कर की बकाया राशि का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है।
इस बारे में बालुरघाट नगर पालिका के वाइस चेयरपर्सन प्रदीप्त चक्रवर्ती ने कहा कि अगर समय पर कर का भुगतान नहीं किया गया तो नगर पालिका कानूनी कार्रवाई करेगी। उधर, बालुरघाट नगरपालिका के संयाजित चकभृगु के वार्ड क्रमाक 13, 14 व 15 में अभी कर वसूली शुरू नहीं हुई है। हाल ही में उस इलाके के परिवारों की गृह संपत्ति के मूल्याकन की प्रक्रिया पूरी की गई है। अगले सितंबर से चकभृगु क्षेत्र के घरों पर टैक्स जमा करने का काम शुरू हो जाएगा।
बालुरघाट नगर पालिका सूत्रों के अनुसार अकेले नगरपालिका क्षेत्र में रहने वाले मकानों का संपत्ति कर बकाया लगभग 1 करोड़ रुपये है और सरकारी कार्यालयों का संपत्ति कर लगभग 470 लाख रुपये है। सरकारी दफ्तरों में जिला प्रशासन भवन और बालुरघाट अस्पताल के पास 3 करोड़ रुपये से ज्यादा बाकी हैं। नगर पालिका द्वारा अग्रिम रूप से सरकारी कार्यालयों को नोटिस भेजा जा चुका है। जिससे टैक्स की वसूली शुरू हो चुकी है। इस बार नगर पालिका ने घर-घर संपत्ति कर संग्रह अभियान शुरू किया है। बालुरघाट शहर के 25 वाडरें में 25,000 से अधिक कर धारक घर और दुकानें हैं। इनमें से कई ने करीब 20 साल, 15 साल या 10 साल से भी नगर पालिका को गृह संपत्ति कर का भुगतान नहीं किया है। इस बार उन सभी घरों को एक पत्र भेजा जा रहा है, जिसमें बकाया टैक्स की राशि की पहचान की जा रही है।
बालुरघाट नगरपालिका के वाइस चेयरमैन प्रदीप्त चक्रवर्ती ने कहा कि नगरपालिका क्षेत्र के कई मकान मालिकों ने 20 से 15 साल से संपत्ति कर का भुगतान नहीं किया है। साढ़े छह करोड़ रुपये से अधिक का सरकारी और आवास का कर बकाया है। इसलिए उन सभी मकान मालिकों और कार्यालयों को पत्र भेजे जा रहे हैं। जिसमें अगले 15 दिनों में इसे निपटाने को कहा गया है। यदि इतनी बड़ी राशि का कर बकाया एकत्र किया जाता है, तो नगर पालिका के वित्त को समृद्ध किया जाएगा और विकास कार्य किया जा सकता है।