तृणमूल के दो गुटों में हिंसक झड़प, पार्टी कार्यालय में तोड़-फोड़
कैचवर्ड राजनीति - फारूक मंडल व मजिबर रहमान गुट में रविवार रात से लेकर सोमवार दिनभर मारपीट
कैचवर्ड : राजनीति
- फारूक मंडल व मजिबर रहमान गुट में रविवार रात से लेकर सोमवार दिनभर मारपीट
-तीन घायल, दो बाइक क्षतिग्रस्त, पुलिस ने किया लाठीचार्ज
-अंचल अध्यक्ष पद के लिए विगत तीन माह से हो रहा है कोल्ड वार
संवाद सूत्र,कूचबिहार: कूचबिहार में तृणमूल को विपक्ष की आवश्यकता नहीं। यहां तृणमूल के लिए तृणमूल ही कांटा है। कूचबिहार जिला गुटबाजी का शिकार हो गया। जबसे अंचल कमेटी का गठन हुआ, तबसे मन मुटाव से लेकर झगड़ा हिंसक झड़प तक चली आयी है। यहां तक की तृणमूल अपने ही पार्टी कार्यालय को निशाना बनाने से नहीं चूक रहें है। रविवार रात से लेकर सोमवार दिनभर तक तूफानगंज थाना को देवचराई इलाका तृणमूल के आपसी गुटबाजी से दहल गया है। चुलकानी बाजार बूथ पार्टी कार्यालय रणक्षेत्र में तबदील हो गया। फारूक मंडल गुट व दूसरी ओर मजिबर रहमान गुट में जमकर मारपीट हुई। मजिबर रहमान के एक कार्याकर्ता को बुरी तरह पीटा गया है। उसकी हालत गंभीर बताई गयी है। दोनों ओर से दो बाइकों को निशाना बनाया गया है। स्थिति को अनियंत्रित होता देखकर पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
क्या है मामला : जिला अध्यक्ष व पूर्व सांसद पार्थ प्रतिम राय के प्रिय फारूक मंडल देवचराई अंचल कमेटी के अध्यक्ष थे। लेकिन उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने फारूक को हटाकर उसके स्थान पर मजिबर रहमान को अंचल अध्यक्ष बनाया गया। सत्ता पाने के लिए दो गुटों में तीन महिने से कोल्ड वार चल रहा था। लेकिन रविवार रात को सारा गुबार निकलकर सामने आ गया। अभी भी फारूक मंडल खुद को अंचल अध्यक्ष ही समझते है।
फारूक मंडल ने बताया कि रास्ते के किनारे गांव के लोग खड़े थे। मजिबर के समर्थकों ने उनपर हमला किया। ग्रामीणों ने इसे लेकर विरोध किया। वहीं मजिबर रहमान ने बताया कि मैं अंचल अध्यक्ष हूं। मुझसे फारूक मंडल ईष्र्या करते हैं। इसलिए मुझपर हमला किया गया। यहां तक कि हमारे कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया। बाइक को क्षतिग्रस्त किया गया। बतादें कि इस संघर्ष को देखते हुए इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। उल्लेखनीय है कि करीब तीन महीने पहले कृष्णपुर हाईस्कूल के मैदान में मंत्री ने फारूक मंडल को हटाकर मजिबर को अंचल अध्यक्ष करने की घोषणा कर दी।
कैप्शन : स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज करती पुलिस