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    आत्मनिर्भर भारत निर्माण में कोयला उद्योग की अहम भूमिका : सीएमडी

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 27 Jan 2021 04:39 PM (IST)

    सांकतोड़िया भारत सरकार ने राष्ट्र को पांच खरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने व आत्मनिर्भर भार ...और पढ़ें

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    आत्मनिर्भर भारत निर्माण में कोयला उद्योग की अहम भूमिका : सीएमडी

    सांकतोड़िया : भारत सरकार ने राष्ट्र को पांच खरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने व आत्मनिर्भर भारत निर्माण करने के लिए कोयला उद्योग की अहम भूमिका तय की है। जिसे मूर्त रूप प्रदान करने के लिए ईसीएल परिवार समर्पित है। राष्ट्र की आकांक्षाओं के अनुरूप कोल इंडिया ने हमें कोयला उत्पादन, ओवरबर्डन रिमूवल और कोयला डिस्पैच का लक्ष्य दिया है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें कठिन परिश्रम की जरूरत है।

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    विभिन्न कारकों के कारण कोयला उत्पादन ओबी रिमूवल, और डिस्पैच में निर्धारित लक्ष्य से काफी पीछे चलते हुए वर्तमान में ऋणात्मक वृद्धि दर्ज कर रहे हैं। जो चिता का विषय है।

    उक्त बातें सांकतोड़िया स्थित ईसीएल मुख्यालय परिसर में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान मंगलवार को ईसीएल के सीएमडी प्रेम सागर मिश्रा ने कही। उन्होंने कहा कि राजमहल में अधिगृहित भूमि पर वास्तविक दखल प्राप्त करने में हो रही समस्याओं के निराकरण के लिए राज्य सरकार व इनके प्राधिकरणों से लगातार संपर्क साधा जा रहा है।

    कोरोना से उपजे हालात के कारण बिजली घरों में कोयले की मांग में कमी से कंपनी का कोयला प्रेषण बुरी तरह प्रभावित हुआ है। परिणाम स्वरूप कंपनी की आर्थिक अवस्था प्रभावित हुई है। कोरोना का प्रभाव कम होने से राष्ट्र की अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट रही है व बिजली की मांग में वृद्धि हो रही है। वित्तीय वर्ष के शेष दिनों में उत्पादन प्रेषण और ओबी रिमूवल को उच्चतम करने के लिए 21 दिसंबर 2020 से मिशन सौ दिवस की शुरुआत की है। इसके तहत सभी खनन इकाइयों में कई सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं। कंपनी खदानों में उपलब्ध कोयला को अपनी सही गुणवत्ता व सही मात्रा में कोयला डिस्पैच स्थल तक पहुंचाने का कार्य कर रही है। ताकि कोयला उपभोक्ताओं को वास्तविक कोल सीम के अनुरूप वाली गुणवत्ता तथा मात्रा का कोयला प्राप्त हो सके। ईसीएल भारत के पड़ोसी देशों जैसे बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान में कोयला निर्यात करने के लिए प्रयासरत है। 27 दिसंबर को झांझरा सीएचपी की आधारशिला रखी गई है। वही सोनपुर बजारी में 12 मैट्रिक टन प्रतिवर्ष क्षमता वाली सीएचपी एवं रेलवे साइडिग निर्माण का कार्य गति पर है और 31 मार्च को यह पूर्ण हो जाएगा। मौके पर ईसीएल के निदेशक कार्मिक विनय रंजन निदेशक तकनीकी संचालन बी वीरा रेड्डी, निदेशक तकनीकी (योजना परियोजना) जेपी गुप्ता, निदेशक वित्त जी सी डे, मुख्य सतर्कता अधिकारी एमके मिश्रा, ईसीएल के सुरक्षा प्रबंधक मुकेश कुमार आदि उपस्थित थे।