Updated: Thu, 11 Sep 2025 07:28 AM (IST)
उत्तरकाशी से अच्छी खबर है यमुनोत्री धाम की यात्रा 13 सितंबर से शुरू हो सकती है। धराली आपदा के बाद राजमार्ग क्षतिग्रस्त हो गया था जिसकी मरम्मत का काम तेज़ी से चल रहा है। यात्रियों को सीमित संख्या में टैक्सी वाहनों से भेजा जाएगा। जिलाधिकारी ने यात्रियों से यात्रा नियमों का पालन करने की अपील की है और राजमार्ग पर सिविल सप्लाई की व्यवस्था की जानकारी दी।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। चारधाम यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। गंगोत्री के बाद यमुनोत्री धाम की यात्रा भी 13 सितंबर से शुरू हो सकती है। गंगोत्री धाम की तरह यमुनोत्री के लिए भी शुरुआत में सीमित संख्या में तीर्थयात्री टैक्सी वाहनों से रवाना किए जाएंगे। बुधवार को डीएम प्रशांत आर्य ने कलक्ट्रेट सभागार में पत्रकारों से प्रेसवार्ता करते हुए यह जानकारी दी।
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उन्होंने कहा कि धराली आपदा के बाद गत मंगलवार से गंगोत्री धाम की यात्रा शुरू हो चुकी है। यमुनोत्री हाईवे जंगलचट्टी, बनास, फूलचट्टी के पास क्षतिग्रस्त हुआ। जंगलचट्टी में करीब 150 मीटर सड़क मार्ग का हिस्सा ध्वस्त हुआ, जिसे सुरक्षित व समतलीकरण कर तैयार करने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
इसी तरह बनास में सड़क का करीब 40 मीटर हिस्सा ध्वस्त हुआ, साथ ही फूलचट्टी में भी सड़क भू-धंसाव की चपेट में है। उक्त स्थानों पर सड़क को दुरुस्त करने के लिए 12 सितंबर शाम तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि 12 सितंबर शाम तक हाईवे बहाल होता है तो यमुनोत्री धाम की यात्रा 13 सितंबर से बहाल कर दी जाएगी। डीएम ने कहा कि यात्रियों से अपील है कि वह जिला प्रशासान के यात्रा के लिए बनाए नियमों का पालन करें।
स्वयं के वाहनों से यात्री उत्तरकाशी तक यात्रा कर सकते हैं, लेकिन इससे आगे हाईवे पूर्णतया भारी वाहनों के लिए दुरुस्त होने तक गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए उन्हें टैक्सी वाहनों का प्रयोग करना होगा। इस मौके जिला सूचना अधिकारी कर्मवीर शर्मा, अतिरिक्त सूचना अधिकारी सुरेश कुमार आदि रहे।
हाईवे बंद होने वाले स्थानों पर रहेगी सिविल सप्लाई
डीएम ने कहा कि गंगोत्री हाईवे पर धरासू, नालूपानी, हेल्गूगाड व डबरानी में हाईवे बंद होने की स्थिति में सिविल सप्लाई की व्यवस्था रहेगी। जहां पर यात्रियों के बैठने, खाने-पीने का उचित प्रबंध किया जाएगा।
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