Chardham Yatra: यमुनोत्री यात्रा पर फिर संकट, नाराज यात्रियों ने लगाया सांकेतिक जाम
यमुनोत्री धाम की यात्रा 13 सितंबर से शुरू होने की घोषणा के बावजूद वर्षा के कारण बाधित हो गई है। गुजरात से आए यात्रियों को खरादी में रोकने पर उन्होंने राजमार्ग पर सांकेतिक जाम लगाया। यात्रियों ने प्रशासन पर सही सूचना न देने का आरोप लगाया जिससे उन्हें परेशानी हुई।

संवाद सूत्र, जागरण, बड़कोट। यमुनोत्री धाम यात्रा के 13 सितंबर से शुरू होने की प्रशासनिक घोषणा के बीच फिर से वर्षा ने हालात बिगाड़ दिए हैं। वर्षा से मार्ग बाधित होने पर प्रशासन व कार्यदाई संस्थाओं की तैयारियों पर पानी फिर गया। शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे गुजरात से आए यात्रियों का जत्था जब खरादी पहुंचा तो पुलिस ने बैरिकेडिंग कर उन्हें आगे जाने से रोका।
इस पर तीर्थयात्रियों का सब्र टूट गया और उन्होंने खरादी के पास यमुनोत्री हाईवे पर सांकेतिक जाम लगा दिया। वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने भी प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। यात्रियों का कहना था कि मीडिया रिपोर्ट व पर्यटन विभाग द्वारा 13 सितंबर से यात्रा सुचारु होने की सूचना प्रसारित की गई थी। इसी भरोसे वे यहां पहुंचे, लेकिन मौके पर मार्ग बंद निकला।
गुजरात निवासी बीजू भाई ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यात्रा काल में पुलिस जगह-जगह कागज चेकिंग कर यात्रियों को परेशान करती है, मगर अब जब सही सूचना देने की जरूरत थी, तब पुलिस कहीं दिखाई नहीं दी। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें ऋषिकेश में ही मार्ग की स्थिति बता दी जाती तो वह नहीं आते।
डीएम ने ट्रैक्टर में बैठकर लिया सड़क की स्थिति का जायजा
बड़कोट: जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने तहसील बड़कोट के आपदा प्रभावित क्षेत्र जंगलचट्टी, बनास, फूलचट्टी व कृष्णाचट्टी में क्षतिग्रस्त यमुनोत्री हाईवे के मरम्मत कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने बनास से कृष्णाचट्टी तक ट्रैक्टर में बैठ सड़क की स्थिति को परखा और एनएच व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को मार्ग सुचारू करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने के निर्देश दिए।
डीएम ने शनिवार को स्थलीय निरीक्षण कर पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करने के साथ ही ग्रामीणों से समस्याएं भी सुनीं। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि जंगलचट्टी क्षेत्र में सड़क पर लगातार मलबा व बोल्डर गिर रहे हैं, वहीं बनास में करीब 30 मीटर सड़क ध्वस्त हो गई है, जिसे दुरुस्त करने का कार्य तेजी से चल रहा है। फूलचट्टी में समतलीकरण कार्य जारी है, जबकि कृष्णाचट्टी में ध्वस्त करीब 300 मीटर सड़क को सुचारू करने में एक सप्ताह का समय और लग सकता है।
डीएम ने कहा कि यमुनोत्री धाम यात्रा को सुचारू कराने के प्रयास तेजी से हो रहे हैं। मौसम व एनएच से प्राप्त अपडेट के आधार पर यात्रा पुनः शुरू करने का निर्णय कल लिया जाएगा। यदि कृष्णाचट्टी तक मार्ग दुरुस्त हो जाता है, तो वहां से यात्रियों को पैदल व घोड़े-खच्चरों के माध्यम से यमुनोत्री भेजने की व्यवस्था की जाएगी। निरीक्षण के दौरान एसडीएम बृजेश तिवारी, ईई एनएच मनोज रावत, जिला खनन अधिकारी प्रदीप कुमार आदि मौजूद रहे।
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