Uttarkashi Lake: ...तो क्या दो माह पहले ही ग्रामीणों ने प्रशासन को दे दी थी झील बनने की जानकारी, नहीं लिया एक्शन
उत्तरकाशी के स्याना चट्टी में झील बनने से तनाव बढ़ गया। स्थानीय लोग झील की ओर बढ़े और नारेबाजी की उनका आरोप है कि प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई नहीं की ...और पढ़ें

जासं, उत्तरकाशी। यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव स्याना चट्टी में बनी झील को लेकर शुक्रवार को हालात तनावपूर्ण हो गए। अचानक तब स्थिति बिगड़ गई जब स्थानीय लोग, महिलाओं सहित, झील की ओर बढ़ने लगे और आधा झील के पानी में उतरकर नारेबाजी करने लगे।
नाराज ग्रामीणों का कहना है कि 29 जून को ही प्रशासन को झील बनने की जानकारी दे दी गई थी, लेकिन समय रहते कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन की लापरवाही से यह संकट गहराया है। ग्रामीणों ने मांग उठाई कि झील को तत्काल खाली कराया जाए ताकि निचले इलाकों पर मंडरा रहा खतरा टल सके।
इधर मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि "स्थानीय लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रशासन द्वारा सभी सुरक्षात्मक कदम उठाए जा रहे हैं। मलबे से बनी कृत्रिम झील को खोलने के लिए सभी संबंधित एजेंसियां मौके पर मौजूद हैं। जैसे ही परिस्थितियां अनुकूल होंगी, झील को सुरक्षित तरीके से खाली कराया जाएगा।"
प्रशासन की ओर से यह भी बताया गया कि झील की निरंतर ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है और हर स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है।
धीरे-धीरे कम हो रहा झील का जलस्तर
स्यानाचट्टी में बनी अस्थाई झील को खोलने लिए प्रशासन द्वारा सभी जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं । झील का जलस्तर धीरे धीरे कम हो रहा है। जिलाधिकारी उत्तरकाशी श्री प्रशांत आर्य भी राफ्ट के माध्यम से झील के दूसरे किनारे पर स्यानाचट्टी के लोगों से वार्ता करने पहुंचे और उन्हें झील से जल्द खोलने और हर संभव सहायता दिए जाने का आश्वास दिया।

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