Uttarkashi: यमुनोत्री धाम के मुख्य पड़ाव में यमुना नदी पर बनी झील से बढ़ा खतरा, लोगों ने पानी में उतर जताया विरोध
उत्तराखंड के स्यानाचट्टी में यमुना नदी पर झील बनने से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। झील का पानी कई होटलों दुकानों और एक विद्यालय तक पहुंच गया है। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य और विधायक संजय डोभाल ने स्थिति का जायजा लिया। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं। झील की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
संवाद सूत्र जागरण, बड़कोट। यमुनोत्री धाम के अहम पड़ाव स्यानाचट्टी में पिछले सत्रह घंटे से यमुना नदी पर झील बनी हुई है। झील का पानी कई होटलों, दुकानों, मकानों, एक विद्यालय और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने पुल तक पहुंच चुका है। पानी की निकासी सुचारू न होने से निचले क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
वहीं स्यानाचट्टी में आक्रोशित लोगों ने झील उतरकर सीएम पुष्कर सिंह धामी और जिला प्रशाशन के विरुद्ध नारेबाजी की।
#UttarkashiFlashFloods #स्यानाचट्टी में आक्रोशित लोगों ने #झील उतरकर
CM पुष्कर सिंह धामी और जिला प्रशाशन के विरुद्ध नारेबाजी। #सिस्टम की बेरुखी से लोग खासे नाराज हैं। @JagranNews@pushkardhami@dm_uttarkashi #syanachatti #yamunariver pic.twitter.com/S4X8h8A9FR
— Shailendra Prasad (शैलेंद्र गोदियाल) (@shailly_godiyal) August 22, 2025
हालांकि प्रशासन ने एहतियातन स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। शुक्रवार को जिलाधिकारी प्रशांत आर्य और क्षेत्रीय विधायक संजय डोभाल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
झील को सुरक्षित तरीके से खोलने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस, खाद्य आपूर्ति और लोक निर्माण विभाग की टीमें तैनात हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि घबराने की जरूरत नहीं है, प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। ड्रोन की मदद से झील की निगरानी भी की जा रही है और परिस्थिति अनुकूल होते ही झील का जल निकासी कार्य शुरू किया जाएगा।
झील को खोलने के प्रयास जारी
स्यानाचट्टी में बनी कृत्रिम झील को खोलने के प्रयास जारी हैं। झील के एक हिस्से को खोलने के लिए पीडब्ल्यूडी, एसडीआरएफ, सिंचाई विभाग और अन्य सम्बंधित एजेंसियां जुटी हैं। पिछले एक घंटे में झील के जलस्तर में लगभग 2 फीट तक कमी आई है।
ड्रोन से हो रही निगरानी
उत्तरकाशी में यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव स्यानाचट्टी में यमुना नदी पर बनी झील को खोलने के प्रयास शुरू हो गए हैं। कुपड़ा गदेरे(नाले) में पानी के साथ आए मलबे से यमुना में गुरुवार शाम यह झील बनी।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य के अनुसार झील को खोलने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। यमुना में झील बनने से स्यानाचट्टी स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम का गेस्ट हाउस, पुलिस चौकी, इंटर कालेज का भवन, होटल, होम स्टे और कई दुकानें डूब गई हैं।
यमुनोत्री हाईवे को जोड़ने वाला पुल जलमग्न होने से क्षेत्र का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। भवनों को खाली कराकर करीब 150 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। झील की लंबाई लगभग 400 मीटर, चौड़ाई 50 मीटर और गहराई पांच मीटर बताई जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों को विभिन्न पड़ावों पर रोका गया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।