Uttarkashi News: रानाचट्टी में शराब के ठेके पर ग्रामीणों का हल्ला बोल, जड़ दिया ताला
यमुनोत्री धाम के निकट राना चट्टी में शराब के ठेके का ग्रामीणों ने विरोध किया और ठेके पर ताला जड़ दिया। उनका कहना है कि यह ठेका धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है और श्रद्धालुओं की सुविधा के खिलाफ है। पहले भी कई बार विरोध प्रदर्शन किए गए, लेकिन प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। ग्रामीण ठेके को स्थायी रूप से बंद करने की मांग कर रहे हैं।

शराब के ठेके पर पहुंचे लोग।
संवाद सूत्र, जागरण बड़कोट। यमुनोत्री धाम के निकट राना चट्टी में खुले शराब के ठेके का विरोध एक बार फिर तेज हो गया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को ग्रामीणों ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर ठेके पर ताला जड़ दिया। पुलिस ने तालाबंदी रोकने का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय लोगों ने विरोध जारी रखते हुए ठेके को बंद कर दिया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में ग्रामीणों ने राज्य स्थापना दिवस पर जड़ा ताला
ग्रामीणों का कहना है कि रानाचट्टी में खुले इस शराब के ठेके (उप-दुकान) के विरोध में गांव की माताएं और बहनें पहले भी कई बार आंदोलन, ज्ञापन व धरना प्रदर्शन कर चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
महावीर पंवार ‘माही’ ने बताया कि यह ठेका यमुनोत्री धाम की धार्मिक आस्था से जुड़ी भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा और क्षेत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए ठेके को स्थायी रूप से बंद किया जाना चाहिए।
ये रहे शामिल
इस तालाबंदी आंदोलन में खरसाली के प्रधान विपिन उनियाल, नारायणपुरी के प्रधान प्रदीप रावत, निशणी के प्रधान मनोज चौहान, दुर्बिल के प्रधान सरजीत लाल, बाडिया की प्रधान अबल देई देवी, दागुंड गांव के प्रधान संतोष रावत, विजयपाल रावत, अनुज रावत ‘अन्ना’, आशीष कुमार (युवा कांग्रेस), आनंद परमार, ऋषभ सहित कई ग्रामीण शामिल रहे।

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