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    ऋषिकेश और हरिद्वार की तरह उत्तरकाशी भी बनेगी धर्मनगरी, नगर पालिका बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 09:09 AM (IST)

    उत्तरकाशी को ऋषिकेश और हरिद्वार की तरह धर्मनगरी घोषित करने का प्रस्ताव नगर पालिका बोर्ड की बैठक में पारित किया गया। इस फैसले से उत्तरकाशी में धार्मिक ...और पढ़ें

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    नगर पालिका बोर्ड बैठक में पालिकाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान, सभासद व अन्य।

    जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। नगर पालिका बाड़ाहाट (उत्तरकाशी) ने शहर को धर्म नगरी घोषित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिया है। अब प्रस्ताव को लेकर शीर्घ संस्तुति के लिए शासन-प्रशासन से पत्राचार किया जाएगा।

    हाल में हुई नगर पालिका बोर्ड की बैठक पालिकाध्यक्ष भूपेंद्र चौहान की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें वार्ड दो कलक्ट्रेट कॉलोनी से सभासद अमरीकन पुरी ने बोर्ड के समक्ष संपूर्ण नगर को धर्म नगरी घोषित करने का प्रस्ताव रखा, बैठक में उपस्थित पालिकाध्यक्ष चौहान समेत सभी सभासदों ने गहन चर्चा के बाद सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक विरासत व भावी संभावनाओं को देखते हुए उक्त प्रस्ताव को पूर्ण सहमति देते हुए स्वीकृति प्रदान की।

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    प्रस्ताव पारित करने के बाद शीघ्र ही इसे लेकर आवश्यक कागजी कार्यवाही, संस्तुति एवं पत्राचार शासन-प्रशासन स्तर पर प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया गया, जिससे आगे की वैधानिक व औपचारिक प्रक्रिया पूर्ण की जा सके।

    सभासद अमरीकन पूरी ने शहर को धर्म नगरी घोषित किए जाने के प्रस्ताव को अनुमति मिलने पर कहा कि यह नगर पालिकाध्यक्ष एवं पालिका बोर्ड की सामूहिक सोच, एकजुटता एवं दूरदर्शिता का प्रतीक है और निसंदेह यह कदम उत्तरकाशी नगर के भविष्य को नई दिशा देने वाला एक ऐतिहासिक मील का पत्थर सिद्ध होगा।

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    ये होंगे लाभ

    सभासद अमरीकन पुरी के अनुसार धर्म नगरी घोषित होने से उत्तरकाशी को धार्मिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान प्राप्त होगी।

    धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे स्थानीय व्यापार, रोजगार एवं आजीविका के नए अवसर सृजित होंगे। नगर में आधारभूत सुविधाओं के विकास सड़क, स्वच्छता, प्रकाश व सौंदर्यीकरण को विशेष प्राथमिकता मिलेगी। साथ ही धार्मिक आयोजनों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं परंपराओं के संरक्षण एवं संवर्धन को बल मिलेगा।


    हिंदू संगठनों की ओर से शहर में मांस-मदिरा बंद करने की मांग की जा रही थी। यह तभी संभव है जब शहर धर्म नगरी घोषित हो, इसी को लेकर यह प्रस्ताव पारित किया गया है। ऋषिकेश व हरिद्वार की तर्ज पर उत्तरकाशी धर्म नगरी घोषित होता है तो यहां भी मांस-मदिरा स्वत: बंद हो जाएगी।

                                                                             भूपेंद्र चौहान, पालिकाध्यक्ष, उत्तरकाशी।