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    Uttarkashi: स्यानाचट्टी में डरा रही झील, यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पुल डूबा; निरीक्षण करने पहुंचे सीएम

    उत्तराकाशी के स्यानाचट्टी में यमुना नदी पर मलबा आने से बनी झील डरा रही है जिससे यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पुल डूब गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आपदाग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे और प्रभावितों से मुलाकात की। धराली आपदा के बाद गंगोत्री हाईवे अब तक सुचारु नहीं हो पाया है। चमोली के थराली के बरमाडी गांव में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।

    By Jagran News Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 27 Aug 2025 01:18 PM (IST)
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    मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी आपदा प्रभावित लोगों से मिले। सूवि

    जासं, उत्तरकाशी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज बुधवार को उत्तरकाशी के आपदाग्रस्त स्यानाचट्टी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत-बचाव कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्‍होंने आपदा पीडि़तों से भी मुलाकात की। उन्‍होंने यमुना नदी पर मलबा आने से बनी झील का भी जायजा लिया। सीएम धामी ने अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।

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    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जनपद के स्यानाचट्टी में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया।इस दौरान मुख्यमंत्री आपदा प्रभावित लोगों से मिले तथा उनकी समस्याएं सुनकर हर संभव सहायता दिए जाने का आश्वाशन दिया।

    स्यानाचट्टी के पास यमुना नदी में गडगाड गदेरे से मलबा आने से यमुना का प्रवाह अवरुद्ध होने के कारण अस्थाई झील निर्मित हुई थी। मुख्यमंत्री ने स्यानाचट्टी में बनी अस्थाई झील का निरीक्षण किया और नदी मार्ग में जमा हुई गाद को हटाने और झील के मुहाने को चौड़ा करके त्वरित जल निकासी बढ़ाने के निर्देश दिये।

    मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को जल भराव और मलबा आने से स्थानीय लोगों का हुए नुकसान का तत्काल आंकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने तथा आवाजाही बाधित होने के कारण आलू की फसल की उचित मूल्य पर खरीद की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

    मुख्यमंत्री ने इस दौरान कुपड़ा कुंशाला पुल का स्थलीय निरीक्षण कर जल्द से जल्द कार्यदायी संस्था नामित कर निर्माण कार्य शुरू करने और आवाजाही बहाल होने तक वैकल्पिक पैदल मार्ग को व्यवस्थित करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि जगह जगह भूस्खलन से मार्ग अवरुद्ध होने से बाधित हुई आवाजाही को बहाल किया जाए और यमुनोत्री मार्ग को सुचारू कर यात्रा के लिए जल्द खोला जाए।

    मुख्यमंत्री ने कहा संकट की इस घड़ी में सरकार हर पीड़ित परिवार के साथ है तथा प्रभावित लोगों को हुए नुकसान का आंकलन कर जल्द से जल्द हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

    इस दौरान पुरोला विधायक दुर्गेश्वर लाल, यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल, जिलाध्यक्ष बीजेपी नागेंद्र चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष रमेश चौहान, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान,गढ़वाल समन्वयक किशोर भट्ट , जिलाधिकारी प्रशांत आर्य, पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल, कमांडेंट एसडीआरएफ अर्पण यदुवंशी, एडीएम मुक्ता मिश्र, एसडीएम बृजेश तिवारी, पुलिस उपाधीक्षक देवेंद्र सिंह नेगी एवं जनक सिंह पंवार उपस्थित रहे ।

    बता दें कि स्यानाचट्टी में झील बनने से यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पुल डूब गया है। उत्तरकाशी में धराली आपदा के बाद से गंगोत्री हाईवे अब तक सुचारु नहीं हो पाया है।

    हर्षिल में भागीरथी में बनी झील के कारण गंगोत्री हाईवे का करीब सौ मीटर हिस्सा पानी में डूबा हुआ है। चमोली के थराली के बरमाडी गांव के चारों ओर भूस्खलन का खतरा बना हुआ है। ऐसे में ग्रामीण वर्षा होने पर रतजगा कर रहे हैं।