एवरेस्ट आरोहण कर लौटते हुए निम के प्रधानाचार्य को आया High Altitude Stroke, दिल्ली में चल रहा उपचार
निम के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमान भदौरिया जिन्होंने एवरेस्ट अभियान का नेतृत्व किया वापसी में हाई एल्टीट्यूड स्ट्रोक का शिकार हो गए। उनका इलाज दिल्ली में चल रहा है और स्वास्थ्य में सुधार है। निम जिम और हिम के संयुक्त दल ने उनके नेतृत्व में एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया था। उन्हें कैंप से दिल्ली स्थानांतरित किया गया जहां वे अब जनरल वार्ड में हैं और तेजी से ठीक हो रहे हैं।
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी। बीते 23 मई को निम, जिम व हिम के संयुक्त माउंट एवरेस्ट अभियान दल का नेतृत्व करने वाले निम के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमान भदौरिया के एवरेस्ट फतह कर लौटने के दौरान हादसे का शिकार होने की खबर है। वर्तमान समय में उनका उपचार दिल्ली में चल रहा है। निम के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार अब उनके स्वास्थ्य में सुधार है।
बता दें कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) ने अपनी 60वीं वर्षगांठ पर एवरेस्ट आरोहण की योजना बनाई थी। बीते 26 मार्च को दिल्ली में रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने एवरेस्ट फतह के लिए निम के साथ जवाहर पर्वतारोहण एवं शीतकालीन खेल संस्थान (जिम) तथा हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान (हिम) के संयुक्त सात सदस्यीय अभियान दल को फ्लैग आफ कर रवाना किया था।
निम के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमान भदौरिया के नेतृत्व में निम के ही प्रशिक्षक राकेश राणा, सूबेदार बहादुर पाहन तथा जिम के कर्नल हेम चंद्र सिंह, प्रशिक्षक थुप्स्तन त्सेवांग तथा हिम के प्रशिक्षक पासांग तेनजिंग शेरपा व राजेंद्र मुखिया ने बीते 23 मई को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर सफल आरोहण किया।
निम के उप प्रधानाचार्य व मेडिकल आफिसर कैप्टन जी. संतोष कुमार ने बताया कि एवरेस्ट आरोहण के बाद वापसी के दौरान प्रधानाचार्य कर्नल भदौरिया कैंप तीन में बेहोश हो गए थे, जिस पर उनके हाई एल्टीट्यूट स्ट्रोक का शिकार होने का पता चला, जिसके बाद उन्हें कैंप तीन से कैंप दो स्ट्रेचर पर लाया गया।
इसके बाद कैंप दो से बेस कैंप तक हेली से पहुंचाया गया। इसके बाद हेली से ही काठमांडू ले जाया गया था, जहां से उन्हें दिल्ली लाया गया, जहां तीन से चार से दिन वह आइसीयू में रहे। अब जनरल वार्ड में शिफ्ट हो चुके हैं। बताया कि उनकी सेहत में सुधार है। साथ ही उनके जल्द स्वस्थ्य होने की उम्मीद है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।